मुंबई: 6 मार्च 1971 को त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में 21 साल के एक युवा खिलाड़ी ने अपने करियर का पहला मैच खेला. इस खिलाड़ी के डेब्यू से पहले कोई नहीं जानता था कि यही आगे चलकर महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रेडमैन का रिकॉर्ड तोड़ेगा लेकिन अपने डेब्यू मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक जड़कर उसने ऐसी छाप छोड़ी जिसने भारतीय क्रिकेट की पूरी पटकथा ही बदल दी.
जी हां हम बात कर रहे हैं महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) की. सुनील गावस्कर ने अपनी डेब्यू सीरीज में ही ऐसे रिकॉर्ड बना दिये जिसे तोड़ पाना किसी के लिये भी संभव नहीं है. शनिवार को सुनील गावस्कर ने क्रिकेट में अपने 50 साल पूरे कर लिये.
सुनील गावस्कर ने क्रिकेट में 50 साल पूरे करने पर कहा ''यह 50 वर्ष बहुत खुशी देने वाले रहे हैं. यह मेरा सौभाग्य था कि भारत के लिए खेलने का मौका मिला. कुछ ऐसे क्षण थे जिसका हिस्सा बनने का मौका मिला. कुछ अच्छे क्षण थे और कुछ खराब क्षण जिसमें भारतीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था. हालांकि हम उससे भी उबरे और जीत हासिल की. निश्चित तौर पर इस समय विशेष तरह की अनुभूति हो रही है''
70 के दशक में पूरे देश में छाए थे गावस्कर
आपको बता दें कि 70 के दशक में जब बॉलीवुड शहंशाह अमिताभ बच्चन ‘जंजीर’ और ‘दीवार’ जैसी फिल्मों में अपनी अदाकारी से दर्शकों का मनोरजंन कर रहे थे तो वहीं किशोर कुमार अपने गानों से सभी के दिलों में अपनी जगह बना चुके थे तब भारत के बहान क्रिकेटर सुनील गावस्कर देश की युवा उम्मीदों को अपने कंधों पर लेकर सिखा रहे थे कि दमदार देशों को किस तरह चुनौती दी जानी चाहिए.
क्रिकेट में बड़े बड़े देशों को सिर्फ साहस और मेहनत के बल पर घुटने टेकने पर विवश करना गावस्कर ने ही सिखाया. 70 के ही दशक में सुनील गावस्कर ने भारत को विश्व क्रिकेट का शहंशाह बनाने की नींव रख दी थी.
डेब्यू सीरीज में बनाया 774 रन का वर्ल्ड रिकॉर्ड
सुनील गावस्कर ने अपने करियर की शुरुआत वेस्टइंडीज के खिलाफ की थी. पूरी सीरीज में उन्होंने 774 रन बनाए थे जो 50 साल बाद भी कायम है. दुनिया कोई बल्लेबाज इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया. सुनील गावस्कर ने दुनिया में सबसे पहले टेस्ट में 10 हजार रन बनाए थे.
सुनील गावस्कर की बल्लेबाजी को देखकर खुद सचिन तेदुलकर ने बैटिंग करना सीखा था. ये बात कई बार सचिन स्वीकार कर चुके हैं. गावस्कर ने अपने करियर का आखिरी वनडे मैच 5 नवंबर को इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टोडियम में खेला था.
हम आपको 'लिटिल मास्टर' के उन सभी वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में बता रहे हैं जो हर क्रिकेट प्रेमी को अवश्य जानना चाहिये.
सुनील गावस्कर के नाम आज भी कई अनोखे और अटूट रिकॉर्ड हैं.
1- ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रेडमैन के 29 शतक का रिकॉर्ड सबसे पहले गावस्कर ने ही तोड़ा.
2- सुनील गावस्कर ने ब्रेडमैन के 29 शतक का रिकॉर्ड सबसे तोड़ा और पूरे करियर में 34 शतक लगाए.
3- भारत की 1983 की विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रहे.
4- सुनील गावस्कर ने भारत के लिये 47 टेस्ट और 37 वनडे में कप्तानी की.
5- सुनील गावस्कर ने 125 टेस्ट में 51 की औसत से 214 पारियों में 10 हजार 122 रन बनाए. इसमें उनके 34 शानदार शतक और 45 अर्धशतक भी शआमिल हैं. गावस्कर ने 4 दोहरे शतक लगाए और उनका उच्चतम स्कोर 234 है.
6- सुनील गावस्कर ने 108 वनडे की 102 पारियों में 36 की औसत से 3092 रन बनाए. गावस्कर ने 1 शतक और 27 अर्धशतक जमाए.
7- सुनील गावस्कर दो सीरीज में 700 से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते भारतीय खिलाड़ी हैं.
8- सचिन तेंदुलकर से पहले सुनील गावस्कर ही भारत की ओर से टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज थे.
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9- टेस्ट की दोनों पारियों में 3 बार शतक जड़ने वाले इकलौते भारतीय.
10- सुनील गावस्कर ने टेस्ट की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी पारी में 200 से ज्यादा रन बनाए हैं. ऐसे करने वाले वे दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं.
11- सुनील गावस्कर ने 1985 में वर्ल्ड सीरीज कप में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाए थे.
12- सुनील गावस्कर ने अपनी पहली ही सीरीज में 774 रन बनाए थे. ये विश्व कीर्तिमान आज भी कायम है.
13- सुनील गावस्कर को आगे चलकर लिटिल मास्टर का नाम गैरी सोबर्स ने दिया.
14- सुनील गावस्कर ने ही दुनिया में सबसे पहले टेस्ट में 10 हजार रन पूरे किये थे.
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