नई दिल्ली: कोरोना वायरस का जन्म कैसे हुआ, पैदा करने का जिम्मेदार कौन है. अब ये सवाल काफी पीछे छूट चुका है क्योंकि आज जो सबसे बड़ा सवाल है, वो ये कि इस वायरस को पहचाना कैसे जाए? इससे बचा कैसे जाए? स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी नए गाइडलाइंस के मुताबिक कोरोना के दो और नए लक्षण पाए गए हैं.
कोरोना वायरस के दो और नए लक्षण
खाने-पीने की चीजों में स्वाद नहीं आना और गंध पहचानने की क्षमता अचानक खत्म होना कोविड-19 का लक्षण हो सकता है. ऐसे लक्षण वालों को तत्काल अपनी जांच करानी चाहिए.
हालांकि, अमेरिका ने एक महीने पहले यानी मई के शुरुआती हफ्ते के दौरान ही स्वाद और गंध महसूस न होने को कोविड-19 महामारी के लक्षणों के फेहरिस्त में शामिल कर लिया था. इसके बावजूद भी अपने देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को रोक नहीं पाया. दुनियाभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 74 लाख से पार पहुंच चुकी है.
भारत में भी हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है. बढ़ती संख्या को रोक पाने की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही है. इस रफ्तार को थामने के लिए वैज्ञानिक रात दिन लगे हुए लेकिन हर दिन कोरोना संक्रमित मरीजों में आ रहे नए-नए लक्षण हैरान कर रहे हैं. आगे बढ़ने से पहले भारत में कोरोना के लक्षणों को आंकड़े के जरिए समझना जरुरी है. स्वास्थ्य संगठन IDSP ने 11 जून को कोरोना संक्रमित मरीजों में लक्षणों को लेकर जो आंकड़े जारी किए है.
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों के लक्षण
आपको बता दें कि देश में तकरीबन 27 फीसदी केस में बुखार, वहीं इक्कीस फीसदी मामलों में खासी लक्षण पाए गए और गले में खराबी से जुड़े दस फीसदी मामले, सांस लेने में परेशानी से जुड़े मामलों में 8 फीसदी, 7 फीसदी मरीजों में कमजोरी के लक्षण, 3 फीसदी केस में नाक बहने और अन्य 24 फीसदी मामलों में अन्य लक्षण पाए गए.
इसमें दो और नए लक्षण के जुड़ जाने से अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि यह बहुरुपिया वायरस किस तेजी से अपना रुप बदल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने की मुख्य वजह संक्रमित व्यक्ति या उससे संबंधित चीजों के संपर्क में आना है. हालांकि संक्रमण और लक्षण को लेकर तस्वीर पूरी तरह से साफ नहीं है. क्योंकि भारत में ही ऐसे कई मरीज सामने आ चुके है जिसमे वो लक्षण दिखे नहीं जिससे सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है. साइंटिस्टों का ये दावा है कि कोरोना से पूरे तंत्रिका तंत्र को खतरा है.
सिरदर्द, चक्कर आना और अन्य भी लक्षण
कोरोना पर एक रिसर्च जर्नल ‘एन्नल्स ऑफ न्यूरोलॉजी' में छपे एक रिसर्च पत्र के अनुसार हॉस्पिटल में भर्ती करीब 50 प्रतिशत कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में चक्कर आना, सिरदर्द, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत, सूंघने और स्वाद का ना आना, कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द और स्ट्रोक जैसे लक्षण पाए गए हैं.
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विश्व के कई देशों के वैज्ञानिक इस कोरोना वायरस के अंदर छिपे रहस्यों को उजागर करने में लगे हुए. उम्मीद की जा रही है जल्द ही बड़ी कामयाबी मिलेगी और दुनिया को वो दवा मिल जाएगी जो कोरोना वायरस को मात देगा. लेकिन तब तक के लिए इस वायरस से बचने के लिए सतर्कता के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी है.
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