नई दिल्ली: Health Tips: भारत में लिवर की बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है. भारत में हर साल लगभग दस लाख लोग इस बीमारी से ग्रस्त होते हैं. लिवर हमारे शरीर का एक मुख्य ऑर्गन है, जो हमारे शरीर में बहुत सारे काम करता है इसलिए इसका स्वस्थ होना बेहद जरूरी है. यह खाने को पचाने में सहायक है जो हमारे स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है. यहां जानिए लिवर की बीमारियों का रिस्क बढ़ने वाले कारण क्या हैं.
मोटापे से लिवर में आती है सूजन
अधिक मोटापा होने के कारण हमारे लिवर की सेल्स में चर्बी जमा हो जाती है जिसके कारण फैटी लिवर जैसी बीमारी हो सकती है. इस बीमारी में हमारे लिवर में सूजन आ जाती है.
नशीली दवाइयां हैं खतरनाक
नशीली दवाई का ज्यादा सेवन करने के कारण भी लिवर की बीमारी हो सकती है. एसिटामिनोफेन, विनाइल क्लोराइड, बाइफिनाइल जैसे सप्लीमेंट का ज्यादा इस्तेमाल करने से हमारे लीवर में ज्यादा गर्मी हो जाती है. इसलिए हमें अपनी दवाई को ध्यान में रख कर ही लेना चाहिए.
इंफेक्शन बन सकता है खतरा
वायरस के कारण भी लिवर में सूजन हो सकती है. इसके कारण लीवर के काम करने की शक्ति कम हो जाती है. वायरस हमारे शरीर में ब्लड, खराब खाना खाने से, या फिर किसी इंफेक्शन वाले व्यक्ति के संपर्क मे आने से भी फैलता है. इसलिए इससे बचने के लिए अपने आसपास स्वच्छता बनाकर रखनी चाहिए.
अधिक शराब पीने से बचें
अधिक शराब पीने से लिवर में फैट जम जाता है जिससे लिवर में सूजन हो जाती है. इसे अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग के नाम से जाना जाता है. शराब का ज्यादा मात्रा में सेवन करने और मोटापा के कारण लिवर की बीमारी होती है. इसलिए इसका सेवन कम करना चाहिए.
शुगर
ज्यादा चीनी खाने से हमारे लिवर के साथ-साथ दांत भी खराब हो जाते हैं. चीनी में फैक्ट्रोज केमिकल के कारण लीवर में फैटी बिल्डअप होना शुरू हो जाता है जिससे लिवर में बीमारी हो जाती है.
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