भारत की नई उपलब्धि, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा देश का विदेशी मुद्रा भंडार

किसी देश की आर्थिक नीतियों की सफलता या असफलता को मापने का पैमाना उसका विदेशी मुद्रा भंडार भी होता है. इस मामले में मोदी सरकार सफल दिखाई दे रही है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 27, 2020, 09:08 PM IST
    • भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी
    • पिछले सप्ताह के आंकड़े आए सामने
    • नई ऊंचाई पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार
    • विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 476.092 अरब डॉलर हुआ
भारत की नई उपलब्धि, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा देश का विदेशी मुद्रा भंडार

नई दिल्ली: केन्द्र में सत्तासीन मोदी सरकार ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. देश में विदेशी मुद्रा का भंडार नई ऊंचाईयों पर पहुंच गया है.

अभी तक का सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार
रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले सप्ताह के आखिर तक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.091 अरब डॉलर बढ़कर 476.092 अरब डॉलर के अब तक के सबसे ज्यादा के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इस तेजी की वजह ये है कि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Foreign currency assets) में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है.

लगातार बढ़ता ही जा रहा है विदेशी मुद्रा भंडार
 इसके पहले यानी फरवरी के पहले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.701 अरब डॉलर बढ़कर 473 अरब डॉलर हो गया था. समीक्षाधीन सप्ताह में मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 2.763 अरब डॉलर बढ़कर 441.949 अरब डॉलर हो गयीं.

इस दौरान स्वर्ण भंडार (Gold Reserve) 34.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 29.123 अरब डॉलर हो गया. आलोच्य सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में विशेष आहरण अधिकार (Special drawing right) 60 लाख डॉलर घटकर 1.430 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ में देश की आरक्षित निधि भी 90 लाख डॉलर घटकर 3.590 अरब डॉलर रह गई.

सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों में भारत
इसी साल 10 जनवरी, 2020 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 58 मिलियन डॉलर की वृद्धि के साथ 461.21 अरब डॉलर तक पहुंचा था. दुनिया में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत 8वें स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, इस समय तक देश का स्वर्ण भंडार 28.49 बिलियन डॉलर दर्ज किया गया था.
पिछले साल के अंतिम सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (27 दिसंबर 2019 को समाप्त सप्ताह) में दो अरब 52 करोड़ डॉलर बढ़कर रिकॉर्ड 457 अरब 46 करोड़ 80 लाख डॉलर दर्ज किया गया था. विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों को समग्र विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख भाग माना जाता है.

कांग्रेस सरकार के समय देश का था बुरा हाल
 प्रधानमंत्री मोदी ने मई 2014 में जब कार्यभार संभाला था तो भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 312 अरब डॉलर के करीब था. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल में विदेशी मुद्रा भंडार में हुई बढ़ोतरी को देखें तो इसमें महज 58.45 अरब डॉलर की बढ़त हुई थी. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक मई 2009 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 254.20 अरब डॉलर था जो मई 2014 में बढ़कर 312.65 अरब डॉलर तक आया.
लेकिन मोदी सरकार के पहले कार्यकाल(साल 2018) में ही देश का विदेशी मुद्रा भंडार में एक तिहाई से ज्यादा यानी 106 अरब डॉलर बढ़कर 418.94 अरब डॉलर पर पहुंच गया था.
फिलहाल ये 441.949 अरब डॉलर है, जो कि अभी तक का सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा का भंडार है.

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