नए साल में ज़रा सा बढ़ेगा रेल किराया

लेकिन चिंता की बात नहीं क्योंकि रेलवे की सुविधाएं अधिक बढ़ेंगी.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 1, 2020, 01:29 AM IST
    • बढ़ेंगी बहुत सी सुविधाएं.
    • टिकट के लिए बस ज़रा ही अधिक पैसा देना होगा
    • सिर्फ दो पैसे प्रति किलो मीटर की होगी वृद्धि
    • एयर- कण्डीशनएड ट्रेन्स के लिए बढ़ेगा चार पैसा
    • कम दूरी के यात्रियों को अधिक किराया नहीं देना होगा
नए साल में ज़रा सा बढ़ेगा रेल किराया

नई दिल्ली. सुविधाओं के लिए थोड़ा किराया बढ़ाना तो बनता है. और अगर गौर करें तो समझ आएगा कि सुविधाएं अधिक बढ़ रही हैं, उसके मुकाबले किराया कम बढ़ाया जा रहा है. 

बढ़ेंगी बहुत सी सुविधाएं. 

नए साल पर रेलवे का महंगाई गिफ्ट नहीं है ये. इसे रेलवे के नव वर्ष के उपहार के तौर पर देखना गलत होगा. ऐसा कह कर हम उपहास करेंगे भारतीय रेलवे का जो कि अपने यात्रियों के लिए इस वर्ष अधिकतम सुविधाएँ ला रहा है. 

टिकट के लिए बस ज़रा ही अधिक पैसा देना होगा

नए साल में अर्थात एक जनवरी से यात्री किराए में कुछ बढ़ोत्तरी होगी लेकिन वह पूरे टिकट के किराए के नज़रिये से देखने पर ज़रा सी ही बढ़ोत्तरी दिखाई देगी. प्रतिकिलोमीटर की दर पर कुछ किराया बढ़ाया जा रहा है. इससे यात्रियों की जेब में बड़ा बोझ नहीं पड़ेगा क्योंकि प्रतिकिलोमीटर कुछ पैसों का ही किराया बढ़ेगा.

सिर्फ दो पैसे प्रति किलो मीटर की होगी वृद्धि 

भारतीय रेलवे अपने किराए की दर में बहुत थोड़ी बढ़ोत्तरी कर रही है. दो पैसे प्रति किलो मीटर की दर से होने वाली यह किराया वृद्धि यात्रियों के लिए तकलीफदेह नहीं होगी. एक जनवरी 2020 से लागू होगा ये बढ़ा हुआ किराया. 

एयर- कण्डीशनएड ट्रेन्स के लिए बढ़ेगा चार पैसा 

मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए किराया सिर्फ दो पैसे प्रति किलो मीटर ही बढ़ेगा जबकि एयर कंडिशन्ड ट्रेनों में यह चार पैसे प्रति किलो मीटर की दर से बढ़ा हुआ नज़र आएगा. वैसे भी एयर कंदीतीनेड ट्रेनों में यात्रा करने वाले आर्थिक तौर पर सशक्त होते हैं इसलिए उनको वैसे भी अधिक फर्क नहीं पढ़ना है.  

कम दूरी के यात्रियों को अधिक किराया नहीं देना होगा 

कम दूरी तक जाने वाले यात्रियों को दो पैसे प्रति किलो मीटर की यह किराया वृद्धि अधिक महसूस नहीं होगी. दूर तक जाने वाले अर्थात लम्बी दूरी के यात्रियों को अवश्य थोड़ा किराया बढ़ा हुआ नज़र आ सकता है. क्योंकि दो पैसे प्रति किलो मीटर की दर से बढ़ने वाला किराया उनके लिए थोड़ा बढ़ा हुआ दिखेगा. लेकिन कुल किराया फिर भी उन्हें तकलीफदेह नहीं नज़र आएगा

ये भी पढ़ें. राष्ट्रवाद: तीनों सेनाओं की एक कमान, चीन-पाकिस्तान सावधान ! 

ट्रेंडिंग न्यूज़