तेजस एक्सप्रेस हुई लेट, यात्रियों को चुकाएगी इसकी कीमत

नई दिल्ली से लखनऊ तक का सफर तय करने वाली भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस देरी होने पर यात्रियों को मुआवजा देगी. यह भारत के इतिहास में लगभग 150 साल में पहली बार होने जा रहा है कि कोई ट्रेन अपने निर्धारित समय से देरी से चलने और देरी से पहुंचने पर सभी यात्रियों को 250 रुपये का मुआवजा देगी.  

Last Updated : Oct 20, 2019, 06:44 PM IST
    • 150 साल में पहली बार किसी ट्रेन यात्रा में देरी पर मिलेगा मुआवजा
    • सभी यात्रियों को 250 रुपये का मुआवजा
तेजस एक्सप्रेस हुई लेट, यात्रियों को चुकाएगी इसकी कीमत

नई दिल्ली:  शनिवार को यह ट्रेन दोनों तरफ से ही अपने निर्धारित समय से देरी से चली थी. तेजस एक्सप्रेस का नई दिल्ली स्टेशन से खुलने का समय दोपहर 12:25 बजे का है, लेकिन ट्रेन दोपहर 3:40 बजे स्टेशन यहां से रवाना हुई. लखनऊ से नई दिल्ली आने वाली तेजस एक्सप्रेस का निर्धारित समय रात में 10:05 का है लेकिन ट्रेन करीब दो घंटे लेट रात 11:40 पर स्टेशन पहुंची. 

IRCTC के अनुसार दिल्ली से लखनऊ आने वाली ट्रेन में 500 यात्री व लखनऊ से दिल्ली जाने वाली ट्रेन में 451 यात्री सवार थे. ऐसे में कुल 951 यात्रियों को मुआवजा दिया जाएगा. IRCTC ने प्रत्येक यात्री के मोबाइल पर एक लिंक भेजा है जिस पर क्लिक कर के यात्री मुआवजे के लिए अपील कर सकेंगे. जिन यात्रियों ने स्टेशन के तत्काल टिकट काउंटर से टिकट लिया था उन्हें मेसेज करके रिफंड के लिए अपील करने को कहा गया है. विलंब के दौरान यात्रियों को 'विलंब के लिए माफी' स्टीकर्स के साथ चाय और खाने का पैकेट दिया गया.

आपको बता दें कि तेजस एक्सप्रेस के एसी चेयर कार के लिए 1,125 रुपये किराया है, वहीं तेजस एक्सप्रेस के एग्जिक्युटिव चेयरकार में सफर करने के लिए 2,310 रुपये किराया है. IRCTC के नियम के मुताबिक एक घंटे से अधिक की देरी पर 100 रुपये और दो घंटे से अधिक की देरी पर 250 रुपये का मुआवजा दिए जाने का प्रस्ताव लागू है. इस तरह तेजस एक्सप्रेस को मुआवजे के तौर पर कुल 2,37,750 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. 

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