बदलेगा बनारस, CM योगी ने कर ली है तैयारी

पूर्वांचल के प्रमुख शहर वाराणसी (varanasi) की पूरी सूरत बदल जाएगी. तंग गलियों और घनी आबादी वाला यह प्राचीन शहर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) की संसदीय सीट भी है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने इस शहर की दशा और दिशा बदलने की पूरी तैयारी कर ली है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 22, 2020, 09:39 AM IST
    • बनारस बदल जाएगा
    • सीएम योगी ने कमर कसी
बदलेगा बनारस, CM योगी ने कर ली है तैयारी

लखनऊ: पीएम मोदी (PM Modi) की संसदीय सीट वाराणसी में जल्दी ही बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) ने इसके लिए कमर कस ली है. 

काशी का होगा कायापलट

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या ( Ayodhya) के बाद काशी (Kashi) का कायापलट करने का फैसला किया है. सीएम ने कहा कि, 'प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हम काशी की धर्म, संस्कृति और कला को संरक्षित करने के साथ-साथ इसे आधुनिक और पुरातन के संगम का स्वरूप देते हुए विकास के मॉडल के रूप में प्रस्तुत करेंगे.'

मुख्यमंत्री ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. सीएम योगी ने कहा कि कहा कि पिछले 6 वर्षो में काशी ने विकास की एक नई यात्रा शुरू की है. इसका लाभ आस-पास के जनपदों को भी मिल रहा है. 

जल्दी पूरे होंगे विकास कार्य

 मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह सभी काशी क्षेत्र को केंद्र में रखते हुए पर्यटन विकास की योजना तैयार करें. वाराणसी स्मार्ट सिटी तथा आसपास के जिलों में अमृत योजना के सभी कार्यो को मानक के अनुरूप निर्धारित समय-सीमा में पूरा करवाएं. 

उन्होंने गाजीपुर में 55, जौनपुर में 11 चंदौली में 8 और वाराणसी में 7 निर्माण परियोजनाओं में भ्रष्टाचार की एसआईटी जांच के कारण काम प्रभावित होने की स्थिति पर चिंता जताई. सीएम ने निर्देश दिया कि जांच प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. जिससे काम प्रभावित न हों. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार हुआ है तो उसकी वसूली सुनिश्चित की जाए, लेकिन किसी के भ्रष्टाचार का असर विकास कार्यो की गति पर नहीं पड़ना चाहिए. 

सीएम योगी ने कहा कि चंदौली जिले में में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए निर्माणाधीन 8 आरओबी के अवरोधों को दूर करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यो की कोई भी परियोजना बनाते समय ही अधिकारी उसके उपयोगी और टिकाऊ होने की समीक्षा हर स्तर पर कर लें. कार्यदायी संस्था की क्षमता की परख कर लें और किसी भी दशा में बजट रिवीजन की जरूरत न आए. इसमें खर्च होने वाला पैसा जनता का है.

सदियों पुराना है वाराणसी शहर 

वाराणसी शहर सदियों पुराना है. इसे इतिहास से भी प्राचीन बताया जाता है. यहां भगवान विश्वनाथ विश्वेश्वर के रुप में विराजमान हैं. जो कि भारत का एक प्रमुख ज्योतिर्लिंग है. बनारस शहर में सैकड़ों बड़े छोटे मंदिर हैं. यह प्राचीन शहर भारत के आध्यात्मिक केन्द्र के रुप में जाना जाता है. वाराणसी का राजनीतिक तौर पर महत्व इतना ज्यादा है कि देश के प्रधानमंत्री ने इसे अपनी संसदीय सीट के तौर पर चुना. 

बनारस में देश विदेश से लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. इस इलाके में पर्यटन का स्कोप काफी ज्यादा है. जिसे देखते हुए राज्य सरकार नए सिरे से तैयारियां कर रही है. 

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