आज का इतिहास: आज के दिन पहली बार हुई थी टीबी रोगाणुओं की पहचान

टीबी रोगाणुओं की पहचान 24 मार्च 1882 को हुई थी. रॉबर्ट कॉक्स ने माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरक्यूलॉसिस बताया. 1943 में टीबी की पहली दवा स्ट्रेप्टोमाइसिन की खोज हुई. टीबी के 28 लाख रोगियों के साथ, भारत विश्व में पहले स्थान पर है. जागरुकता बढ़ाने के लिए 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के रूप में चुना गया. देखिए, आज का इतिहास...

टीबी रोगाणुओं की पहचान 24 मार्च 1882 को हुई थी. रॉबर्ट कॉक्स ने माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरक्यूलॉसिस बताया. 1943 में टीबी की पहली दवा स्ट्रेप्टोमाइसिन की खोज हुई. टीबी के 28 लाख रोगियों के साथ, भारत विश्व में पहले स्थान पर है. जागरुकता बढ़ाने के लिए 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के रूप में चुना गया. देखिए, आज का इतिहास...

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