कोयला-बिजली संकट की क्या है हकीकत? कई राज्यों पर करोड़ों का बकाया

देश में जारी कोयला संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह तैयार है. सरकार कोयले की सप्लाई को बढ़ाकर रोजाना 20 लाख टन करने जा रही है. कोयले की कमी को दूर करने के लिए लगातार बैठकों का दौर भी जारी है. मंगलवार को पीएम मोदी ने ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ बैठक की. सरकार ने सभी प्रदेशों और बिजली कंपनियों को भरोसा दिलाया है कि सरकार कोयले की मांग को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रही है और राज्यों को घबराने की जरूरत नहीं है. रेलवे भी एक्शन मोड में है. रेलवे ने हर रोज लोड होने वाले कोयला के रैक की संख्या को बढ़ा दिया है. हालांकि कोयला संकट पर केंद्र और राज्य आमने सामने आ गए हैं. कोयला और बिजली संकट पर सियासत शुरू हो गई है.

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