मैं भारत हूं : कहानी कोहिनूर की जिसे हर व्यक्ति को जानना चाहिए
स्यमंतक मणि सत्राजित को सौंपने के बाद श्रीकृष्ण को द्वारिकानगरी से 1300 किलोमीटर दूर स्थित हस्तिनापुर से एक अत्यंत अशुभ समाचार मिलता है. वो ये कि लाक्षागृह की आग में कुन्ती और पांडव जलकर भस्म हो गए हैं. शोक समाचार मिलते ही श्रीकृष्ण अविलंब द्वारिका से हस्तिनापुर के लिए प्रस्थान कर देते हैं. उधर भगवान श्रीकृष्ण हस्तिनापुर जाते हैं और इधर द्वारिका में स्यमंतक मणि को लेकर नए षडयंत्र रचे जाने लगते हैं. यहां देखें कहानी कोहिनूर की...
देखना ना भूलें हमारी खास पेशकश 'मैं भारत हूं' शनिवार और रविवार रात 9.25 बजे...
- Zee Media Bureau
- Jan 5, 2019, 10:16 PM IST
स्यमंतक मणि सत्राजित को सौंपने के बाद श्रीकृष्ण को द्वारिकानगरी से 1300 किलोमीटर दूर स्थित हस्तिनापुर से एक अत्यंत अशुभ समाचार मिलता है. वो ये कि लाक्षागृह की आग में कुन्ती और पांडव जलकर भस्म हो गए हैं. शोक समाचार मिलते ही श्रीकृष्ण अविलंब द्वारिका से हस्तिनापुर के लिए प्रस्थान कर देते हैं. उधर भगवान श्रीकृष्ण हस्तिनापुर जाते हैं और इधर द्वारिका में स्यमंतक मणि को लेकर नए षडयंत्र रचे जाने लगते हैं. यहां देखें कहानी कोहिनूर की...
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