11वीं और 12वीं के बच्चे भी HIV पॉज़िटिव, कौन है इस दलदल का जिम्मेदार ?

11वीं और 12वीं क्लास में पढ़ने वाले ये बच्चे ना केवल किसी को भी बर्बाद करने का माद्दा वाली नशे की लत का शिकार हो रहे हैं. बल्कि कई बच्चे जानलेवा बीमारी एचआईवी की चपेट में भी आ चुके हैं. बच्चों के परिजनों का कहना है कि. अस्पताल वाले पेट्रोल पंप के पास इस्तेमाल की हुई सुईया फेंक जाते हैं. जिन्हें ये बच्चे नशा करने में इस्तेमाल करते हैं.

11वीं और 12वीं क्लास में पढ़ने वाले ये बच्चे ना केवल किसी को भी बर्बाद करने का माद्दा वाली नशे की लत का शिकार हो रहे हैं. बल्कि कई बच्चे जानलेवा बीमारी एचआईवी की चपेट में भी आ चुके हैं. बच्चों के परिजनों का कहना है कि. अस्पताल वाले पेट्रोल पंप के पास इस्तेमाल की हुई सुईया फेंक जाते हैं. जिन्हें ये बच्चे नशा करने में इस्तेमाल करते हैं.

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