कर्नाटक की सियासत में किसने दी असहिष्णुता के मुद्दे को हवा ?

2019 के चुनावी दंगल में निखिल कुमारस्वामी की जीत पक्की कर संसद में उनकी एंट्री करवाना चाहता था लेकिन निखिल अपनी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले मांड्या में ही बुरी तरह हार गए. इसी के बाद सियासी गलियारे में खबर तेज थी कि निखिल ने इस हार का ठीकरा अपने दादा एचड़ी देवेगौड़ा पर फोड़ा और उन पर चिल्लाए भी थे. कर्नाटक के मशहूर अखबार विश्ववाणी में ये खबर छपी तो देवेगौड़ा परिवार बिफर पड़ा और खबर को झूठ बताते हुए अखबार के एडिटर विश्वेश्वर भट्ट और एडिटोरियल स्टाफ पर केस दर्ज करवा दिया.

2019 के चुनावी दंगल में निखिल कुमारस्वामी की जीत पक्की कर संसद में उनकी एंट्री करवाना चाहता था लेकिन निखिल अपनी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले मांड्या में ही बुरी तरह हार गए. इसी के बाद सियासी गलियारे में खबर तेज थी कि निखिल ने इस हार का ठीकरा अपने दादा एचड़ी देवेगौड़ा पर फोड़ा और उन पर चिल्लाए भी थे. कर्नाटक के मशहूर अखबार विश्ववाणी में ये खबर छपी तो देवेगौड़ा परिवार बिफर पड़ा और खबर को झूठ बताते हुए अखबार के एडिटर विश्वेश्वर भट्ट और एडिटोरियल स्टाफ पर केस दर्ज करवा दिया.

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