जानें, भारत के तीसरे आम चुनाव की पूरी कहानी

साल 1962 आज़ाद हुए लगभग 15 साल हो चुके थे. देश तीसरे आम चुनाव की तैयारी में था.1962 का चुनाव कई लिहाज़ से खास था. पहले चुनाव के बाद इस बार चुनावी प्रक्रिया में भी कुछ बदलाव आए. ये देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आखिरी चुनाव था. इस चुनाव में पंडित नेहरू को टक्कर देने के लिए डॉ राम मनोहर लोहिया ने फूलपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया.

साल 1962 आज़ाद हुए लगभग 15 साल हो चुके थे. देश तीसरे आम चुनाव की तैयारी में था.1962 का चुनाव कई लिहाज़ से खास था. पहले चुनाव के बाद इस बार चुनावी प्रक्रिया में भी कुछ बदलाव आए. ये देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का आखिरी चुनाव था. इस चुनाव में पंडित नेहरू को टक्कर देने के लिए डॉ राम मनोहर लोहिया ने फूलपुर से चुनाव लड़ने का फैसला किया.

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