जेल से ही लालू ने बिछाई चुनावी बिसात, अपनी इस पुस्तक में नीतीश को लेकर किया बड़ा दावा

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव वैसे तो अभी चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं और अपने राज्य से दूर, घर से दूर बीमारी की वजह से रांची स्थित रिम्स अस्पताल में इलाजरत हैं लेकिन सजायाफ्ता और इलाजरत होते हुए भी लालू चुनाव के लिए बिछी चुनावी बिसात पर उम्दा तरीके से चाल चल रहे है. लालू लोकसभा चुनाव की अहम धुरी बने हुए हैं और रिम्स से ही अपने चुनावी पत्ते खेल रहे हैं. ऐसा ही एक पत्ता है लालू पर आ रही किताब 'गोपालगंज टु रायसीना: माइ पॉलिटिकल जर्नी'. इस किताब में लालू यादव के एक दावे को लेकर बिहार में घमासान मच गया है. लालू ने अपनी आत्मकथा में दावा किया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होने के 6 महीने बाद दोबारा से महागठबंधन में शामिल होना चाहते थे लेकिन इसके लिए वो राजी नहीं हुए.

आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव वैसे तो अभी चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता हैं और अपने राज्य से दूर, घर से दूर बीमारी की वजह से रांची स्थित रिम्स अस्पताल में इलाजरत हैं लेकिन सजायाफ्ता और इलाजरत होते हुए भी लालू चुनाव के लिए बिछी चुनावी बिसात पर उम्दा तरीके से चाल चल रहे है. लालू लोकसभा चुनाव की अहम धुरी बने हुए हैं और रिम्स से ही अपने चुनावी पत्ते खेल रहे हैं. ऐसा ही एक पत्ता है लालू पर आ रही किताब 'गोपालगंज टु रायसीना: माइ पॉलिटिकल जर्नी'. इस किताब में लालू यादव के एक दावे को लेकर बिहार में घमासान मच गया है. लालू ने अपनी आत्मकथा में दावा किया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होने के 6 महीने बाद दोबारा से महागठबंधन में शामिल होना चाहते थे लेकिन इसके लिए वो राजी नहीं हुए.

ट्रेंडिंग विडोज़