राष्ट्रवाद: Kisan Andolan नहीं 'नेतागिरी' का अड्डा | गद्दारों के साथ नकली नेता का हाथ | Latest News

Republic Day 2021 के दिन हिन्दुस्तान के गौरव के प्रतीक Red Fort पर हुए शर्मनाक कांड के बाद Kisan Andolan की असलियत देश के सामने उजागर हो चुकी है. तिरंगे के साथ शांतिपूर्ण आंदोलन का वादा करके देश के गद्दारों ने 26 January के दिन जिस तरह का कोहराम देश की राजधानी में मचाया उससे Delhi और देश की जनता आक्रोशित है. किसान आंदोलन से तंग आ चुकी जनता अब धरने की नौटंकी से मुक्ति चाहती है. आंदोलन में शामिल असली किसान अपने नेताओं की नौटंकी देखकर वापस जा चुके हैं लेकिन अब मुख्तलिफ पार्टियों के नेता आंदोलन की बुझती आग में घी डालने की मुहिम शुरू कर चुके है

Republic Day 2021 के दिन हिन्दुस्तान के गौरव के प्रतीक Red Fort पर हुए शर्मनाक कांड के बाद Kisan Andolan की असलियत देश के सामने उजागर हो चुकी है. तिरंगे के साथ शांतिपूर्ण आंदोलन का वादा करके देश के गद्दारों ने 26 January के दिन जिस तरह का कोहराम देश की राजधानी में मचाया उससे Delhi और देश की जनता आक्रोशित है. किसान आंदोलन से तंग आ चुकी जनता अब धरने की नौटंकी से मुक्ति चाहती है. आंदोलन में शामिल असली किसान अपने नेताओं की नौटंकी देखकर वापस जा चुके हैं लेकिन अब मुख्तलिफ पार्टियों के नेता आंदोलन की बुझती आग में घी डालने की मुहिम शुरू कर चुके है

ट्रेंडिंग विडोज़