योगी की रैलियों पर बीजेपी का बड़ा दांव, मिशन 2019 पर हिंदुत्व का पोस्टर बॅाय !

क्या बीजेपी को सत्ता की राह पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और पूर्वोत्तर के के सहारे मिलती दिख रही है.ये सवाल इसलिए क्योंकि मोदी समेत पार्टी के तमाम कद्दावर नेताओँ ने इन राज्यों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. लोकसभा का चुनावी बिगुल अभी बजा भी नहीं,उससे पहले ही पीएम की पूर्वोत्तर के राज्यों में रैलियां इसी रणनीति का हिस्सा हैं. पश्चिम बंगाल में तो बीजेपी ने पहले ही सियासी घमासान छेड़ दिया है. पश्चिम बंगाल में मोदी, अमित शाह और योगी समेत कई नेताओँ की रैलियां हो चुकी हैं.शनिवार को पीएम ने असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में भी चुनावी समर की शुरुआत कर दी. दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में हिंदी पट्टी के तीनों राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भले बीजेपी सरकार नहीं बना पाई,लेकिन तीनों राज्यों की जिन 71 सीटों पर योगी आदित्यनाथ ने प्रचार किया, उसमें 35 सीटें बीजेपी के खाते में गई. एंटी इनकंबसी के दौर में भी अपनी रैली वाली पचास फीसदी सीटों पर जीत दिलाकर योगी बीजेपी के स्टार प्रचारक का मेडल बरकरार रखा.

क्या बीजेपी को सत्ता की राह पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और पूर्वोत्तर के के सहारे मिलती दिख रही है.ये सवाल इसलिए क्योंकि मोदी समेत पार्टी के तमाम कद्दावर नेताओँ ने इन राज्यों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. लोकसभा का चुनावी बिगुल अभी बजा भी नहीं,उससे पहले ही पीएम की पूर्वोत्तर के राज्यों में रैलियां इसी रणनीति का हिस्सा हैं. पश्चिम बंगाल में तो बीजेपी ने पहले ही सियासी घमासान छेड़ दिया है. पश्चिम बंगाल में मोदी, अमित शाह और योगी समेत कई नेताओँ की रैलियां हो चुकी हैं.शनिवार को पीएम ने असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में भी चुनावी समर की शुरुआत कर दी. दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में हिंदी पट्टी के तीनों राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भले बीजेपी सरकार नहीं बना पाई,लेकिन तीनों राज्यों की जिन 71 सीटों पर योगी आदित्यनाथ ने प्रचार किया, उसमें 35 सीटें बीजेपी के खाते में गई. एंटी इनकंबसी के दौर में भी अपनी रैली वाली पचास फीसदी सीटों पर जीत दिलाकर योगी बीजेपी के स्टार प्रचारक का मेडल बरकरार रखा.

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