नई दिल्ली: हमारे देश भारत में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता हैं. लोग हर दिन सुबह-सुबह उठकर देश -विदेश के हालचाल को जानने के लिए अखबार जरुर पढ़ते हैं. अखबार पढ़ कर लोगों को ऐसा लगता है कि उन्हें घर बैठ कर सारी जानकारी मिल गई.
लेकिन क्या ऐसा सच में है. आज एक ऐसी खबर सामने आयी है जिसने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सवाल खड़ा कर दिया है. बिते दिन बुधवार को गृह मंत्री की तरफ से अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक ट्वीट किया और लोगों से अपने इंस्टाग्राम से जुड़ने की बात कहीं. ये है अमित शाह का ट्वीट-
Connect with Union Home Minister & BJP National President Shri @AmitShah ji on Instagram.https://t.co/oWfoAzUD1G
— Office of Amit Shah (@AmitShahOffice) October 23, 2019
इस ट्वीट को जारी करते ही सिर्फ टीआरपी और खबरों को वायरल करने के लिए कुछ मीडिया चैनलों और न्यूज वेबसाइटों ने इस खबर को गलत तरीके से चला दिया. उसके बाद तो इस खबर ने आग पकड़ ली. एक के बाद एक माननीय मीडिया संस्थानों ने इस खबर पर मुहर लगा दी, बिना इसकी सच्चाई को जाने.
यह खबर 21 घंटे पहले आयी थी और 5 घंटे पहले तक मीडियाकर्मियों के द्वारा चलाई गई. मीडिया द्वारा चलाई गई खबरों से ऐसा लगा कि अमित शाह ने 23 अक्टूबर को ही इंस्टाग्राम ज्वाइन किया है. लेकिन सच बिल्कुल अलग है.
दरअसल अमित शाह ने इंस्ट्राग्राम 4 मई 2015 को ज्वाइन किया है. और उसके बाद से उन्होंने अपनी पूरी राजनीतिक यात्रा को शेयर करते आ रहे हैं. अमित शाह ने भी अपने ट्वीट में ऐसा नहीं कहा कि वह इंस्टाग्राम पर शुरुआत कर रहे हैं.
लेकिन मीडिया ने ऐसा हौवा खड़ा किया जैसे वह पहली बार इंस्टाग्राम पर आए हैं. समाचार संस्थानों द्वारा गलत तरीके से खबर प्रस्तुत करना अच्छा नहीं है. क्योंकि एक पत्रकार का काम लोगों तक सिर्फ खबरें पहुंचाना नहीं होता बल्कि सही खबरें जनता तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है. ऐसी ही खबरों और अफवाहों की वजह से कई बार मीडिया पर सवाल खड़ा हो चुका है.