सुसाइड से पहले किसान की सीएम से गुहार

योगी राज में पुलिस कितनी बेरहम हो गई है. सिसकती और कांपती ज़ुबां से अपना दर्द बयां करने वाला ये अन्नदाता जो अपना खून पसीना सींचकर दो वक्त की रोटी के लिए मेहनत करता है, ना सिर्फ अपना बल्की एक सौ तीस करोड़ हिंदुस्तानियों का पेट भरता है. आज उसी किसान को सिस्टम ने अपनी बलि देने पर मजबूर कर दिया है.

योगी राज में पुलिस कितनी बेरहम हो गई है. सिसकती और कांपती ज़ुबां से अपना दर्द बयां करने वाला ये अन्नदाता जो अपना खून पसीना सींचकर दो वक्त की रोटी के लिए मेहनत करता है, ना सिर्फ अपना बल्की एक सौ तीस करोड़ हिंदुस्तानियों का पेट भरता है. आज उसी किसान को सिस्टम ने अपनी बलि देने पर मजबूर कर दिया है.

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