Camera Capture: जब मासूम का 'फरिश्ता' बनकर आया रिक्शावाला
कहते है कि जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता. मौत कब दबे पांव दस्तक दे दे कौन जानता है? लेकिन कहते हैं 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय'. मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है. मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक बच्ची की जिंदगी में एक रिक्शावाला उस समय भगवान बनकर आया जब बच्ची का सामना मौत से हुआ.
- Zee Media Bureau
- Oct 20, 2019, 01:45 PM IST
कहते है कि जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता. मौत कब दबे पांव दस्तक दे दे कौन जानता है? लेकिन कहते हैं 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय'. मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है. मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक बच्ची की जिंदगी में एक रिक्शावाला उस समय भगवान बनकर आया जब बच्ची का सामना मौत से हुआ.