बदलेगा मौसम, देश के कई हिस्सों में हो सकती है बारिश

 देश के उत्‍तरी इलाके में बदल रहे मौसम के कारण उत्‍तर प्रदेश और इससे सटे उत्‍तरी मध्‍यप्रदेश व बिहार के इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने तमिलनाडु के दक्षिणी तटीय इलाके में भी आज भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. पंजाब, हरियाणा, उत्‍तर प्रदेश, दक्षिणी असम, मेघालय नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में घने कुहासे की भी संभावना जताई गई है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 6, 2019, 06:46 PM IST
    • 12 दिसंबर तक पहाड़ी इलाकों में मौसम करवट लेगा जो 13 दिसंबर तक बना रहेगाः पूर्वानुमान
    • अरब सागर से उठने वाले चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ के चलते इस बार न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज नहीं हुई है
बदलेगा मौसम, देश के कई हिस्सों में हो सकती है बारिश

नई दिल्‍लीः  मौसम विभाग ने शुक्रवार को अपने पूर्वानुमान में बताया कि पंजाब और हरियाणा में 12 दिसंबर को बादलों की गरज के साथ बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय पर पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण ऐसा होने की संभावनाएं बन रही हैं. दूसरी ओर तमिलनाडु के थेन्‍नी जिले में लगातार हो रही बारिश से वैगई डैम में पानी भर गया है. इस कारण यहां दूसरी बार बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है.

सर्दी न पड़ने से किसान चिंतित
मौसम विभाग ने आगे बताया कि देश के उत्‍तरी इलाके में बदल रहे मौसम के कारण उत्‍तर प्रदेश और इससे सटे उत्‍तरी मध्‍यप्रदेश व बिहार के इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने तमिलनाडु के दक्षिणी तटीय इलाके में भी आज भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. पंजाब, हरियाणा, उत्‍तर प्रदेश, दक्षिणी असम, मेघालय नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में घने कुहासे की भी संभावना जताई गई है.  मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 11 दिसंबर से 13 दिसंबर तक पंजाब, हरियाणा, राजस्‍थान और पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में बारिश की संभावना है.

पश्चि‍मी विक्षोभ एक तरह का तूफान है जो विभिन्‍न समुद्रों से नमी लेकर बारिश और बर्फ के रूप में भारत पाकिस्‍तान और नेपाल के मौसम को प्रभावित करती है. भारतीय किसानों को गेहूं की खेती के लिए इसका इंतजार रहता है. हालांकि अभी तक सर्दी न पड़ने के कारण किसान चिंतित हैं. 

स्काईमेट ने भी दिया है बारिश का अनुमान
साथ ही एक निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्‍काइमेट ने भी ऐसा ही कुछ पूर्वानुमान बताया है. इसके अनुसार पिछले एक सप्‍ताह से जम्‍मू कश्‍मीर में सूखा मौसम है लेकिन अगले 4-5 दिनों में यहां बारिश होने की संभावना है. स्‍काइमेट ने आगे बताया कि ताजे पश्चिमी विक्षोभ के कारण घाटी में बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं. मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने बताया. 

12 दिसंबर तक पहाड़ी इलाकों में मौसम करवट लेगा जो 13 दिसंबर तक बना रहेगा. इसके अलावा पहाड़ों पर बल्कि पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्‍तरी मैदानों में भी देखने को मिलेगा.

इसलिए कम पड़ रहा है सर्दी पर असर
अरब सागर से उठने वाले चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ के चलते इस बार न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज नहीं हुई है. बार-बार बादल और कोहरा छाने से तापमान ऊपर ही बना हुआ है. नवंबर 2018 में औसत न्यूनतम तापमान 10.7 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं नवंबर 2019 में न्यूनतम तापमान 14.2 डिग्री दर्ज किया गया. इसमें करीब साढ़े तीन डिग्री का अंतर है.

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