पाकिस्तान की जेलों में बंद वो 17 भारतीय, जो अपना नाम छोड़कर अब सब कुछ भूल चुके हैं
पाक जेलों में बंद उन 17 मानसिक रूप से अस्वस्थ कैदी बंद हैं, जिन्हें भारतीय माना जा रहा है और जी अब अपने नाम के अलावा अपने घर-परिवार के बारे में सबकुछ भूल चुके हैं.
नई दिल्ली: भारतीय नागरिक माने जाने वाले गुल्लो जान, नकाया, हसीना और अजमीरा उन 17 मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों में शामिल हैं, जो अभी भी पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं क्योंकि वे अपने बारे में सिर्फ नामों को छोड़कर कोई अन्य जानकारी नहीं दे पाए हैं.
कैदियों में चार महिलएं भी शामिल
पाक जेलों में बंद उन 17 व्यक्तियों में से चार महिलाएं हैं और बाकी 25 से 60 वर्ष की आयु के पुरुष हैं.
उनकी मानसिक रूप से अस्वस्थ स्थिति के कारण, इन 17 व्यक्तियों के माता-पिता या रिश्तेदारों के नाम और भारत में उनके पते का अभी पता नहीं चल पाया है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें पाकिस्तान की जेलों में कैद किया गया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण घोषणा में इन व्यक्तियों की तस्वीरें जारी की हैं. इन व्यक्तियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए उन्हें अपने क्षेत्रों में प्रसारित करने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के साथ साझा किया गया है.
घोषणा में यह उल्लेख किया गया है कि जो व्यक्ति इन 17 व्यक्तियों की पहचान कर सकते हैं, वे गृह मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी (फॉरनर्स) को या राज्य सरकारों के गृह विभाग या संबंधित केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन या पुलिस महानिदेशक या पुलिस महानिरीक्षक या संबंधित राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस आयुक्त को जानकारी दें.
उन्होंने घोषणा का उल्लेख करते हुए कहा, मानसिक रूप से अस्वस्थ 17 व्यक्तियों,जो भारतीय नागरिक हैं और पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं की तस्वीरें संलग्न हैं. उनकी मानसिक रूप से अस्वस्थ स्थिति के कारण ये व्यक्ति अपने माता-पिता या रिश्तेदारों के नाम, भारत में पते सहित उनके बारे में कोई अन्य विवरण नहीं बता पाए हैं.
पाकिस्तानी जेलों में बंद भारतीय और यहां के जेलों में बंद पाकिस्तानी कोई नहीं घटना नहीं है, लेकिन दोनों देश हर साल दो बार अपने कैदियों की सूची साझा करते हैं.
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पकिस्तान ने 319 भारतीय कैदियों की रिपोर्ट भारतीय उच्चायोग को सौंपी
पाकिस्तान ने इस साल जनवरी में देश की जेलों में बंद 49 नागरिकों और 270 मछुआरों सहित 319 भारतीय कैदियों की एक सूची द्विपक्षीय समझौते के तहत भारतीय उच्चायोग को सौंपी थी.
एक सूत्र ने बताया कि मानसिक रूप से अस्वस्थ 17 लोगों का नाम उन लोगों की सूची में है जिनके बारे में माना जाता है कि वे भारतीय हैं.
इसके अलावा, पाकिस्तानी जेलों में बंद 13 पुरुषों व चार महिलाओं की पहचान सोनू सिंह, सुरिंदर महतो, प्रहलाद सिंह, सिलरोफ सलीम, बिरजू, राजू, बिपला, रूपी पाल, पंवासी लाल, राजू, श्याम सुंदर, रमेश और राजू रॉय के रूप में हुई है.
विदेश कार्यालय (एफओ) के अनुसार, यह कदम 21 मई, 2008 को हस्ताक्षरित दोनों देशों के बीच कांसुलर एक्सेस समझौते के प्रावधानों के अनुरूप है.
समझौते के तहत दोनों देशों को साल में दो बार 1 जनवरी और 1 जुलाई को एक-दूसरे की हिरासत में बंद कैदियों की सूची का आदान-प्रदान करना आवश्यक है. वर्षों से लगातार तनाव के बावजूद, दोनों देश बिना किसी विराम के कैदियों की सूची का आदान-प्रदान कर रहे हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बावजूद सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है.
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