Top universities in world/India: टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) इम्पैक्ट रैंकिंग 2025 जारी हो गई है. इसमें दुनिया को विश्वविद्यालय में अच्छा अनुभव पाने के लिए एशिया की ओर स्पष्ट बढ़ते देखा जा सकता है. हालांकि, शीर्ष स्तर पर भारत की उपस्थिति मामूली बनी हुई है.
संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर उनके काम के लिए 130 देशों में 2,526 विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन किया गया, जिनमें से केवल दो भारतीय संस्थान शीर्ष 50 में जगह बना पाए और केवल चार शीर्ष 100 में जगह बना पाए.
हालांकि, यह भी सच है कि इस वर्ष कुल 135 भारतीय संस्थान THE रैंकिंग में स्थान बनाने में सफल रहे.
भारत में अमृता विश्व विद्यापीठम (रैंक 41) और लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (रैंक 48) शीर्ष प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालय रहे. JSS एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (रैंक 48) और Shoolini यूनिवर्सिटी (रैंक 48) भी शीर्ष 100 में शामिल हुए. बाकी भारतीय विश्वविद्यालय 100 से नीचे की रैंक में रह गए.
कैसे रैंक होती है तय?
इम्पैक्ट रैंकिंग मापती है कि दुनिया भर के विश्वविद्यालय जलवायु एक्शव और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से लेकर लैंगिक समानता और सभ्य काम तक की कुछ सबसे बड़ी वैश्विक समस्याओं से कैसे निपट रहे हैं. रैंकिंग विभिन्न SDGs में प्रदर्शन पर आधारित है, जिसमें अनुसंधान, आउटरीच और कैंपस संचालन जैसी चीजों को देखा जाता है.
भारत की टॉप यूनिवर्सिटी
अमृता विश्व विद्यापीठम इस साल भारत का शीर्ष रैंक वाला विश्वविद्यालय है, जो वैश्विक स्तर पर 41वें स्थान पर है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (SDG 4) के लिए यह 5वें स्थान पर, स्वच्छ ऊर्जा (SDG 7) के लिए 6वें स्थान पर और लैंगिक समानता और नवाचार सहित कई अन्य क्षेत्रों में वैश्विक शीर्ष 100 में शामिल है.
यूनिवर्सिटी ने आजीवन शिक्षा, छात्र पहुंच और स्वच्छ जल स्थिरता जैसे क्षेत्रों में भी 100/100 का स्कोर बनाया.
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने 48 की वैश्विक रैंक के साथ पहली बार शीर्ष 50 में जगह बनाई है.
यह SDG 7 के लिए वैश्विक स्तर पर 5वें स्थान पर, SDG 11 (स्थायी शहर) के लिए 6वें स्थान पर और SDG 2 (Zero Hunger) के लिए 8वें स्थान पर है. 92.6 के कुल स्कोर के साथ, इसने MIT और भारत में IIMs जैसे कई शीर्ष वैश्विक नामों को पीछे छोड़ दिया.
इन उपलब्धियों के बावजूद, केवल चार भारतीय विश्वविद्यालय शीर्ष 100 में शामिल हैं, जो यह दर्शाता है कि वास्तविक दुनिया में स्थिरता प्रभाव की बात करें तो कई अन्य को अभी लंबा रास्ता तय करना है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.