Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच आखिरकार सीजफायर टूट गया. पिछले दो महीने से दोनों के बीच युद्धविराम चला, लेकिन मंगलवार की सुबह इजरायल ने गाजा पर कई बम बरसा दिए. सीजफायर के बाद, यह इजरायल का गाजा पर सबसे बड़ा हमला है. इस एयरस्ट्राइक में अब तक 235 लोगों के मौत की खबर है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं. वहीं इजरायली सेना ने जानकारी दी कि सीजफायर की शर्तों के उल्लंघन के चलते हमास के ठिकानों को निशाना बनाया गया है, जबकि स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है, इजरायल के हमले में ज्यादातर आम नागरिक मारे गए. इन सब के बीच एक खबर यह भी है कि गाजा पर इस बड़े एयरस्ट्राइक से पहले अमेरिका में एक फोन की घंटी बजी थी, जिसके बाद गाजा पर लगातार कई बम गिराए गए.
कैसे टूटा इजरायल-हमास के बीच सीजफायर?
इजरायल-हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 को तब युद्ध शुरू हुआ, जब हमास ने इजरायल के आम नागरिकों पर हमला कर दिया था. इस हमले में हमास ने सैकड़ों इजरायलियों को बंधक बना लिया था. जिसकी जवाबी कार्रवाई में, रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक 48,000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की सूचना है.
इसी साल जनवरी में, इजरायल और हमास के बीच सीजफायर की घोषणा हुई थी. हालांकि दोनों के बीच बंधकों की रिहाई को लेकर, कई तरह के मतभेद सामने आए. जिसको लेकर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ‘सीजफायर के बाद भी हमास ने बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया और सभी शांति प्रस्ताव ठुकरा दिए. इसके जवाब में इजरायल ने सैन्य कार्रवाई करने का फैसला लिया’
नहीं बनी इजरायल-हमास के बीच सहमति
दरअसल, इजरायल बाकी 59 बंधकों की रिहाई के लिए लंबे समय के लिए सीजफायर की मांग कर रहा था, जो लगभग दो महीने तक चला. वहीं हमास इसके बदले स्थायी रूप से युद्ध समाप्त करने और गाजा से पूरे तरीके से इजरायली सेना के वापिस जाने की मांग की थी. यही कारण रहा कि दोनों के बीच सहमति नहीं बनी और मंगलवार की सुबह 2 बजे इजरायल ने हमास के ठिकानों पर हमला बोल दिया.
वहीं, हमास ने इजरायल के हमले को ‘एकतरफा सीजफायर खत्म करना’ करार दिया है.
इजरायली एयरस्ट्राइक में 230 लोगों की मौत
न्यूज एजेंसी एसोसिएट प्रेस ने फिलिस्तीन स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से खबर दी है कि इजरायली हमले में 230 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल ने गाजा पर 35 हवाई हमले किए और सैकड़ों लोगों के घायल होने की सूचना है.
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब अमेरिका, मिस्र और कतर जैसे देशों ने मध्यस्थता कर सीजफायर के समय सीमा को बढ़ाने की कोशिश की थी. यह हमला गाजा के लिए विनाशकरी साबित होगी, क्योंकि वहां की 90% आबादी पहले ही विस्थापित हो चुकी है और खाद्य आपूर्ति और मेडिकल सेवाएं ठप पड़ी हैं.
एयरस्ट्राइक से पहले ट्रंप से की बात
इजरायल ने मंगलवार की सुबह 2 बजे गाजा पर एयरस्ट्राइक से पहले अमेरिका को जानकारी दे दी थी. व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रटरी लेविट ने कहा, ‘ट्रंप प्रशासन और व्हाइट हाउस को इजरायल द्वारा गाजा पर किए गए हमले की जानकारी पहले ही दे दी गई थी, जैसा कि ट्रंप ने स्पष्ट मानना है, हूती, हमास और वे सभी जो केवल इजरायल ही नहीं, बल्कि अमेरिका को भी आतंकित करने की चाह रखते हैं, उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. हालात और भी भयावह होंगे.’
ऐसे में आगे देखना होगा कि, इस हमले के बाद हमास बाकी इजरायली बंधकों को रिहा करता है या नहीं. दूसरी तरफ, अमेरिका भी हूती विद्रोहियों और इरान समर्थित आतंकियों को समाप्त करने के लिए हमलावर है.
ये भी पढ़ें- कुर्दिश लडाकों ने मार गिराया तुर्की का घातक AKINCI ड्रोन, पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी!
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.