पाकिस्तान में मिला बौद्ध काल का 2,300 साल पुराना मंदिर, जानिए इसकी खासियत

यह मंदिर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात जिले में बारीकोट तहसील के बौद्ध काल के बाजीरा शहर में मिला है. इस मंदिर को पाकिस्तान में बौद्ध काल का सबसे प्राचीन मंदिर बताया गया है.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 19, 2021, 11:39 AM IST
  • पाक व इटली के पुरातत्वविदों के दल ने खोजा मंदिर
  • तक्षशिला में मिले मंदिरों से भी पुराना है यह मंदिर
पाकिस्तान में मिला बौद्ध काल का 2,300 साल पुराना मंदिर, जानिए इसकी खासियत

पेशावर: उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में पाकिस्तानी और इतालवी पुरातत्वविदों के एक संयुक्त दल ने बौद्ध काल के 2,300 साल पुराने एक मंदिर की खोज की है. इसके साथ ही कुछ अन्य बेशकीमती कलाकृतियां भी खुदाई में मिली हैं. 

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मिला मंदिर
यह मंदिर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात जिले में बारीकोट तहसील के बौद्ध काल के बाजीरा शहर में मिला है. इस मंदिर को पाकिस्तान में बौद्ध काल का सबसे प्राचीन मंदिर बताया गया है. 

बेशकीमती कलाकृतियां भी मिलीं
इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पाकिस्तान और इतालवी पुरातत्वविदों ने उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में एक ऐतिहासिक स्थल पर संयुक्त रूप से खुदाई करने के दौरान बौद्ध काल के 2,300 साल पुराने एक मंदिर की खोज की है और इसके अलावा अन्य बेशकीमती कलाकृतियां भी बरामद की गई हैं. स्वात में मिला यह मंदिर पाकिस्तान के तक्षशिला में मिले मंदिरों से भी पुराना है.’ 

मंदिर के अलावा पुरातत्वविदों ने बौद्धकालीन 2,700 से अधिक अन्य कलाकृतियां भी बरामद की हैं, जिनमें सिक्के, अंगूठियां, बर्तन और यूनान के राजा मिनांदर के काल की खरोष्ठी भाषा में लिखी सामग्री भी शामिल है. 

खुदाई में और पुरातात्विक स्थल मिलने की उम्मीद
इतालवी विशेषज्ञों ने भरोसा जताया है कि स्वात जिले के ऐतिहासिक बाजीरा शहर में खुदाई के दौरान और भी पुरातात्विक स्थल मिल सकते हैं. पाकिस्तान में इटली के राजदूत आंद्रे फेरारिस ने पत्रकारों से कहा कि पाकिस्तान में पुरातात्विक स्थल दुनिया के विभिन्न धर्मों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं.

पाकिस्तान में खुदाई के दौरान मंदिर मिलते रहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल नवंबर में स्वात जिले में 1300 साल पुराना हिंदू मंदिर मिला था. इसकी तलाश भी पाकिस्तान और इटली के पुरातात्विक विशेषज्ञों ने की थी.

बारिकोट घुंडई के पहाड़ियों के बीच खुदाई के दौरान इस मंदिर का पता लगा था. जुलाई के महीने में इसी इलाके में बुद्ध की एक प्रतिमा मिली थी, जिसे कंस्ट्रक्शन वर्करों ने टुकड़े-टुकड़े कर दिया था.

यह भी पढ़िएः शादी की उम्र 21 करने पर टिकैत का अड़ंगा, करेंगे महापंचायत

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़