नई दिल्ली: खेल हमेशा से लोगों के दिलों के करीब रहे हैं. भारत में तो क्रिकेट को एक धर्म माना जाता है. क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग इंडियन प्रीमियर लीग(IPL) के इस संस्करण का भविष्य फिलहाल अधर में लटका है. दूसरी तरफ एशिया कप के आयोजन को लेकर भी संशय बरकरार है. कई वर्षों बाद पाकिस्तान को क्रिकेट की किसी बड़ी प्रतियोगिता की मेजबानी मिली थी लेकिन अगर इस वर्ष ये टूर्नामेंट रद्द हो गया तो इससे पाकिस्तान को करोड़ों का नुकसान होगा.
भारत के दबाव के कारण तटस्थ स्थान पर होने हैं मैच
आपको बता दें कि इस वर्ष एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान में होना था लेकिन भारत सरकार और बीसीसीआई के दबाव के कारण ICC ने एशिया कप के सभी मैच संयुक्त अरब अमीरात में करवाने का निर्णय किया था. हालांकि वहां भी मेजबानी पाकिस्तान ही करता लेकिन ये अधूरी मेजबानी मानी जाती है.
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस से संयुक्त अरब अमीरात भी प्रभावित है और वहां कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं. ऐसे में वहां भी एशिया कप क्रिकेट के मैच आयोजित करवा पाना अभी तो संभव नहीं है.
कोरोना से पाकिस्तान में तख्तापलट का खतरा! ...जाने वाली है इमरान की कुर्सी
पाकिस्तान को हो चुका है करोड़ों का नुकसान
आपको बता दें कि जब एशिया कप के मैच पाकिस्तान से UAE प्रतिस्थापित किये गए थे तब ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा था कि इससे हमें बहुत आर्थिक नुकसान हो रहा है क्योंकि एशिया कप के अधिकतर स्पॉन्सर पाकिस्तानी थे. साथ विज्ञापन की दृष्टि से भी पाकिस्तान पर तगड़ी आर्थिक मार पड़ी है.
एशिया कप में 6 टीमें शामिल होंगी
एशिया कप में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश समेत 6 देश हिस्सा लेते हैं. छठवीं टीम का फैसला क्वॉलिफायर के जरिए होगा. भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी सीरीज 2012-13 में हुई थी. तब पाकिस्तान टीम तीन वनडे मैच खेलने भारत आई थी.
भारतीय टीम ने 2007-08 में आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था. आईसीसी के टूर्नामेंट्स में दोनों टीमें आमने-सामने होती रही हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर दबाव था कि वो एशिया कप की मेजबानी के लिए न्यूट्रल वेन्यू पर राजी हो जाए.
गौरतलब है कि एक अंग्रेजी अखबार से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एहसान मनी ने कहा कि अभी पाकिस्तान समेत दुनियाभर में कोरोना के कारण हालात खराब हैं. एक महीने बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा. लेकिन अगर एशिया कप नहीं हुआ तो हमे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. ज्ञात हो कि भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक संबंध अच्छे नहीं हैं इसलिये भारतीय क्रिकेट टीम कभी भी पाकिस्तान खेलने नहीं जाती है.
दुनिया की सबसे बड़ी साजिश के आरोपी चीन के लंगड़े बहाने