चेन्नई : महाबलिपुरम में भारत-चीन के बीच दूसरी अनौपचारिक बैठक के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आज बीजिंग के लिए रवाना हो गए. चीनी राष्ट्रपति दो दिवसीय भारत यात्रा पर 11 अक्टूबर को चेन्नई पहुंचे थे. माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच हुई वार्ता भारत-चीन सहयोग को एक नई दिशा देगी.
मोदी को चीन आने का न्यौता दिया
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएम मोदी को चीन आने का न्यौता दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग का न्यौता स्वीकार कर लिया है. वे अगले साल चीन के दौरे पर जा सकते हैं.
भारत में मिले सम्मान से अभिभूत- शी जिनपिंग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच पनपे मतभेद को विवाद बनने नहीं दिया जाएगा और इसे सुलझाने की कोशिश की जाएगी. पीएम मोदी ने कहा कि बीते 2000 साल में अगर कुछ काल खंड को छोड़ दें तो भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां रही हैं. वहीं चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि वह भारत में मिले सम्मान से अभिभूत हैं.
मानसरोवर यात्रा का मुद्दा उठा
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पीएम मोदी और शी जिनपिंग की बैठक में मानसरोवर यात्रा का मुद्दा उठा. इस दौरान मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुविधा पर भी बातचीत हुई. पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को मानसरोवर यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ विचार भी सुझाए.
विविधता के हिसाब से दोनों देश बड़े
विजय गोखले ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस बात पर सहमत थे कि मौजूदा दुनिया में आतंकवाद और कट्टरपंथ की चुनौतियों से निपटना जरूरी है. दोनों नेताओं ने माना कि भारत और चीन न सिर्फ
क्षेत्र, आबादी के लिहाज से ही बड़े नहीं हैं, बल्कि विविधता के हिसाब से भी दोनों देश बड़े हैं.
कश्मीर मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं
विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. विजय गोखले ने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच ये मुद्दा उठा ही नहीं. उन्होंने कहा कि भारत बहुत पहले स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है.