नई दिल्लीः अमेरिका-ईरान संकट अभी जारी है. इस मामले में लगातार कई बार ना-ना करने के बाद अमेरिका ने भी अपनी हानि मान ली है. अमेरिका लंबे समय से इससे इनकार करता आया है कि ईरानी हमले में उसके सैन्य बल को नुकसान पहुंचा है. लेकिन शुक्रवार को अमेरिका की ओर से यह स्वीकार किया गया कि ईरान के रॉकेट हमले में उसके 34 सैनिक घायल हुए हैं. अमेरिका ने ड्रोन हमले में ईरान के कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था. इसके बाद ईरान ने भी हमला किया था. जवाबी कार्रवाई के तहत किए इस हमले में अमेरिका की सैनिक ताकत को नुकसान पहुंचा था.
Pentagon (U.S. Department of Defense) says 34 US troops diagnosed with traumatic brain injuries from Iranian missile strike on 8th January on Iraqi air base: The Associated Press
— ANI (@ANI) January 24, 2020
पेंटागन की ओर से बयान जारी
पेंटागन ने कहा, 'ईरान की ओर से हुए हमले में 34 अमेरिकी सैनिकों को ब्रेन में चोट पहुंची है. उन्हें मस्तिष्काघात हुआ है. ईरान ने 8 जनवरी को इराक में मौजूद अमेरिकी वायु सेना के अड्डों पर हमला किया था. ईरान ने दावा किया था कि इस हमले में 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं. हालांकि, अमेरिका ने दावा किया था कि पेंटागन के वॉर्निंग सिस्टम के कारण सैनिक पहले ही बंकरों में चले गए थे और सैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ.
सुलेमानी पर अमेरिका की लंबे समय से नजर थी. ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनाई ने अमेरिका को बदले की धमकी दी थी. ट्रंप ने कहा था कि यह हमला युद्ध के लिए नहीं है. हालांकि उन्होंने ईरान को परमाणु ताकत न बनने देने की भी बात कही थी.
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यूक्रेन का विमान हो गया था क्रैश
ईरानी रॉकेट हमले के दौरान यूक्रेन का एक विमान क्रैश हो गया था जिसमें सवार सभी 176 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी. ईरान ने पहले इस विमान हादसे से पल्ला झाड़ लिया था. उसने साफ-साफ इसमें अपनी भूमिका से इनकार किया था. इसके बाद कनाडा समेत तमाम देशों में इसमें ईरान की ओर से ही लापरवाही बरतने की बात कही थी.
अमेरिका की ओर से भी कहा गया था कि हो सकता है कि ईरान के रॉकेट हमले में ही प्लेन क्रैश हुआ हो. दरअसल यह हादसा ईरान के रॉकेट हमले के दौरान ही हुआ था. बाद में ईरान ने कहा कि उसके रॉकेट ने गलती से विमान को हिट कर दिया था. इसके बाद ईरान में खामेनेई के इस्तीफे की मांग को लेकर लोग सड़क पर उतर आए थे, क्योंकि मृतकों में अधिकांश ईरानी यात्री थे. विमान तेहरान से यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था.
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