CIA का ये जासूस निकला एक नंबर का गद्दार, किस लालच में कर दी अपने ही देश से गद्दारी!

Aldrich Ames: CIA का वो खुफिया जासूस जिसने 1985-1994 तक सोवियत संघ के लिए जासूसी की, जिससे कई अमेरिकी एजेंट मारे गए. इसके बाद 1994 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और उम्रकैद की सजा दी गई.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 12, 2025, 09:01 PM IST
  • एल्ड्रिच ने की थी अपने देश से गद्दारी
  • 1994 में किया गया था गिरफ्तार
CIA का ये जासूस निकला एक नंबर का गद्दार, किस लालच में कर दी अपने ही देश से गद्दारी!

Aldrich Ames: खूफिया एजेंसियों में विश्वासघात सबसे गंभीर आरोपों में से एक माना जाता है. अमेरिकी इतिहास में एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जब CIA के अधिकारी एल्ड्रिच एम्स ने सोवियत संघ और रूस के लिए जासूसी कर अमेरिका को गहरा झटका दिया. एम्स की जासूसी के कारण कई अमेरिकी एजेंट्स की जान भी चली गई और अमेरिका को खूफिया मोर्चे पर भारी नुकसान उठाना पड़ा. उनकी इस गद्दारी की कहानी आज भी खूफिया एजेंसियों के लिए एक सबक बनी हुई है.

CIA में करियर की शुरुआत
एल्ड्रिच एम्स का जन्म 26 मई, 1941 को हुआ था. 1962 में उन्होंने सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के लिए काम करना शुरू कर दिया था. शुरुआत में एम्स ने कई प्रशासनिक कार्य किए, लेकिन जल्द ही उन्हें तरक्की मिली और वह सोवियत मामलों के विशेषज्ञ बन गए. वह उन चुनिंदा अधिकारियों में शामिल थे, जिन्हें सोवियत खूफिया जानकारी की एक्सेस थी. उनकी इसी स्थिति ने उन्हें अमेरिका के सबसे खतरनाक जासूसों में से एक बना दिया.

कैसे बने गद्दार?
1985 में एम्स ने पैसे की लालच में सोवियत खूफिया एजेंसी KGB से संपर्क किया. शुरुआत में उन्होंने कुछ हजार डॉलर के बदले गुप्त जानकारियां दीं, लेकिन धीरे-धीरे वह रूस के लिए महत्वपूर्ण जासूस बन गए. एम्स ने 9 साल तक सोवियत संघ और रूस को अहम जानकारियां बेचीं. अनुमान है कि इसके बदले उन्होंने कुल 2.7 मिलियन डॉलर यानी लगभग 22 करोड़ रुपये लिए थे.

खतरनाक परिणाम
एम्स ने पैसों के लालच में रूस को वो नाम बताएं जो अपनी अमेरिकन नागरिकता छिपाकर रूस के लिए थे डबल एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे. इसके बाद रूस ने इन एजेंट्स को पकड़कर मौत की सजा दे दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एम्स की जासूसी के कारण 10 से ज्यादा अमेरिकन एजेंट्स मारे गए और दर्जनों गिरफ्तार किए गए. इस घटना ने CIA को झकझोर कर रख दिया था और अमेरिका की खूफिया एजेंसी की साख को भारी नुकसान पहुंचा.

गिरफ्तारी और सजा
CIA और FBI को एम्स पर शक होने लगा था, क्योंकि उनकी संपत्ति अचानक ही बहुत बढ़ गई थी. उन्होंने महंगे घर, गाड़ियां और विदेश यात्राएं शुरू कर दी थी. 1994 में एम्स और उनकी पत्नी रोसारियो को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में एम्स ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया. अदालत ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुना दी, जबकि उनकी पत्नी को 5 साल जेल की सजा सुनाई गई.

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