America on F-35 Fighter Jet: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को F-35 फाइटर जेट ऑफर किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान ट्रंप ने भारत को ये फाइटर जेट देने की बात कही थी. लेकिन अब इसे बनाने वाली कंपनी कदम पीछे हटा रही है. इसका खुलासा IDRW की एक रिपोर्ट में हुआ है.
अमेरिका कर रहा आनाकानी
खबर है कि भारत सरकार जल्द मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट (MRFA) का टेंडर निकालेगी. इसके तहत भारत 110 लड़ाकू विमान खरीदेगा. लेकिन F-35 जेट बनाने वाली लॉकहीड मार्टिन इस टेंडर के लिए रिक्वेस्ट ऑफ प्रपोजल (RFP) पर F-35A लाइटनिंग II फाइटर जेट का प्रपोजल नहीं देने वाली है. कंपनी ने इसके लिए अमेरिकी सरकार के सख्त ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (ToT) नियम को कारण बताया है.
ये फाइटर जेट ऑफर कर सकती है कंपनी
लॉकहीड मार्टिन भारत के सामने F-21 फाइटर जेट खरीदने का ऑफर रख सकती है. F-21 फाइटर जेट F-16 के नवीनतम संस्करण (F-16V) पर आधारित है, जिसमें कई आधुनिक सुधार किए गए हैं. इसमें उन्नत कॉकपिट, बेहतर एवियोनिक्स (उड़ान उपकरण), और ट्रिपल पायलन रेल जैसे फीचर्स शामिल हैं. ये एक साथ कई AIM-120 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें ले जाने में सक्षम है. लॉकहीड मार्टिन का कहना है कि F-21 को भारत में ही बनाया जा सकता है, जिसके लिए कंपनी ने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के साथ साझेदारी की योजना भी बनाई है.
ये हो सकते हैं संभावित कारण
F-35 फाइटर जेट को भारत के सामने न रखने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. लेकिन माना जा रहा है कि F-35A की तकनीक बहुत संवेदनशील और महंगी है, अमेरिका इसे पूरी तरह से साझा करने से हिचक सकता है. एक कारण ये भी हो सकता है F-35A को भारतीय वायु सेना के मौजूदा ढांचे में जोड़ना जटिल और महंगा हो सकता है.
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