F-35 Cancellations: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में आते ही पूरी दुनिया में 'टैरिफ वॉर' छेड़ दिया. जिससे दुनिया भर के देश इसकी जद में आ गए. लेकिन अब ट्रंप की चाल, अमेरिका पर ही भारी पड़ गई. IDWR की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कनाडा, पूर्तगाल और तुर्की जैसे कई देश, अमेरिकी फाइटर जेट F-35 को या तो खरीदने से साफ इनकार कर दिया है या तो अपनी डील को आधी कर दी है.
क्या है F-35 फाइटर जेट?
लॉकहीड मार्टिन कंपनी द्वारा निर्मित F-35 लाइटनिंग II पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट है. जिसे अमेरिका का सबसे खतरनाक स्टील्थ लड़ाकू विमान माना जाता है. यह अपने एडवांस सेंसर टेक्नोलॉजी, नेटवर्किंग क्षमता और मल्टी रोल परफॉरमेंस के लिए दुनिया में अलग पहचान रखता है. जिसकी टॉप स्पीड 1200 मील प्रति घंटा है. वहीं, यह 6,000 किग्रा से 8,100 किग्रा तक के हथियार आसानी से लेकर ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है.
तुर्की और पुर्तगाल ने रद्द किया ऑर्डर
IDRW की रिपोर्ट के अनुसार, तुर्की और पुर्तगाल ने F-35 का ऑर्डर पूरे तरीके से रद्द कर दिया है. तुर्की कभी F-35 प्रोग्राम का पार्टनर था, एक वक्त इसने 100 F-35A विमानों के खरीदने का ऑर्डर दिया था, जिसे वर्ष 2019 में कैंसिल कर दिया था. हालांकि, तुर्की ने इसे दोबारा खरीदने की इच्छा जाहिर की थी. लेकिन ट्रंप के सख्त रुख और टैरिफ विवाद के चलते इरादा बदल दिया.
दूसरी ओर, पुर्तगाल F-16 के रिप्लेसमेंट के तौर पर 24 F-35A जेट खरीदने को लेकर प्लान बना रहा था. लेकिन ट्रंप के नाटो को लेकर बयानबाजी और टैरिफ थोपने के चलते, पुर्तगाल अब टाइफून और राफेल खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहा है.
कनाडा और जर्मनी ने डील की आधी
वर्ष 2023 में, कनाडा ने 88 F-35A फाइटर जेट खरीदने के लिए 19 अरब डॉलर की डील की थी. जिसकी डिलीवरी अगले ही साल होने वाली थी. लेकिन ट्रंप द्वारा कनाडा पर 25% टैरिफ के फैसले के बाद तनाव बढ़ गया है. IDRWरिपोर्ट्स की मानें तो, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनके अधिकारी, 44 फाइटर जेट्स के ऑर्डर को रद्द करने के लिए पुनर्विचार कर रहे हैं.
वहीं जर्मनी ने वर्ष 2022 में 35 फाइटर जेट्स का ऑर्डर दिया था, जिसकी 2027 से डिलीवरी शुरू होनी थी. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है, यहां भी ट्रंप द्वारा 25% टैरिफ की घोषणा के बाद, 18 F-35A को कैंसिल करने की प्लानिंग चल रही है.
स्विटजरलैंड कराएगा जनमत संग्रह!
वहीं स्विट्जरलैंड ने वर्ष 2021 में 36 लड़ाकू विमानों के खरीदने का ऑर्डर दिया था. इसकी भी डिलीवरी वर्श 2027 से शुरू होनी थी. पर ट्रंप की अस्थिर नीतियों और टैरिफ विवादों के चलते, स्विटजरलैंड में विरोध के सूर तेज हो गए हैं. जल्द ही इसको लेकर जनमत संग्रह कराया जा सकता है. जिसके बाद F-35 के ऑर्डर को कैंसिल कर, राफेल खरीदने का फैसला लिया जाएगा.
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