UK-Ukraine Defence Aid: एक तरफ जहां जंग रोकने की कवायद हो रही है, तो दूसरी ओर नाटो देश यूक्रेन को भर-भरकर पैसा दे रहे हैं. यूक्रेन इन पैसों की मदद से भारी-भरकम सैन्य उपकरण खरीदेगा. बता दें, ब्रिटेन ने यूक्रेन को रक्षा सहायता के तहत दूसरी बार £752 मिलियन (लगभग ₹78,960 करोड़) की आर्थिक मदद दी है. यह फंड G7 के 'Extraordinary Revenue Acceleration' प्रोग्राम के तहत दिया गया है, जिसमें रूस की जब्त संपत्तियों की आमदनी का उपयोग किया जा रहा है. यह पैसा मुख्यतः यूक्रेन की एयर डिफेंस, तोपखाना, और सैन्य उपकरणों की मरम्मत के लिए इस्तेमाल होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की सरकार इसे रूस के हवाई हमलों, विशेष रूप से सूमी शहर पर हालिया हमले के जवाब में सैन्य तैयारी बढ़ाने में लगाएगी.
ब्रिटेन की बड़ी आर्थिक सहायता
ब्रिटेन ने यूक्रेन को दूसरी बार भारी-भरकम आर्थिक सहायता दी है. यह राशि £752 मिलियन यानी लगभग ₹78,960 करोड़ है, जो G7 के 'Extraordinary Revenue Acceleration' प्रोग्राम के तहत दी गई है. इस योजना में रूस की फ्रीज की गई संपत्तियों से मिलने वाली आमदनी का इस्तेमाल यूक्रेन की मदद के लिए किया जा रहा है.
इस फंडिंग का उद्देश्य यूक्रेन की सैन्य क्षमताओं को मजबूत करना है, जिससे वह रूस के हमलों का बेहतर जवाब दे सके. मार्च में इस योजना के तहत पहली किश्त दी गई थी, और अब दूसरी किश्त भी मिल गई है. आखिरी किश्त साल 2026 में जारी होगी.
हवाई सुरक्षा को मिलेगी मजबूती
रिपोर्ट में बताया गया है कि रूस के हालिया हवाई हमलों, खासकर सूमी शहर पर हुए हमले के बाद यूक्रेन की एयर डिफेंस को मजबूत करना जरूरी हो गया है. ब्रिटेन द्वारा दी गई यह आर्थिक सहायता विशेष रूप से एयर डिफेंस सिस्टम, तोपों और सैन्य वाहनों की मरम्मत जैसे जरूरी जरूरतों पर खर्च की जाएगी.
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री जॉन हीली ने कहा कि ‘2025 यूक्रेन के लिए निर्णायक वर्ष है. अब समय है कि हमारी सेनाएं और रक्षा उद्योग पूरी ताकत से खड़े हों.’ यह सहायता ब्रिटेन के कुल £4.5 बिलियन के मिलिट्री फंड का हिस्सा है, जो इस साल यूक्रेन को दिया जा रहा है.
सैन्य उपकरण खरीदेगा यूक्रेन
इस फंडिंग से यूक्रेन को रडार सिस्टम, एंटी-टैंक माइंस और लाखों की संख्या में ड्रोन खरीदने में मदद मिलेगी. इससे फ्रंटलाइन पर यूक्रेन की लड़ाई क्षमता में इजाफा होगा. इसके अलावा युद्ध में क्षतिग्रस्त वाहनों और हथियारों की मरम्मत के लिए भी यह राशि उपयोगी होगी.
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह फंडिंग एक ‘क्लोज फाइट’ पैकेज का हिस्सा है, जिसकी कुल कीमत £250 मिलियन से ज्यादा है. इसमें ब्रिटेन के साथ-साथ नॉर्वे का भी योगदान है.
नॉर्वे भी जल्द करेगा मदद
यूक्रेन की मदद के लिए सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि नॉर्वे भी कदम बढ़ा रहा है. नॉर्वे, ब्रिटेन के नेतृत्व वाले 'International Fund for Ukraine' के ज़रिए अतिरिक्त सहायता देगा. यह फंड यूक्रेन को आधुनिक सैन्य उपकरण देने के लिए बनाया गया है.
नॉर्वे और ब्रिटेन मिलकर जो सहायता पैकेज तैयार कर रहे हैं, उसमें ड्रोन, रडार सिस्टम और माइंस शामिल हैं. इससे यूक्रेन को रूस के आक्रमणों का प्रभावी जवाब देने में बड़ी मदद मिलेगी. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि रूस-यूक्रेन के बीच लंबे वक्त तक युद्ध चलेगा.
दूसरी ओर यूक्रेन में तीन महीने के लिए मार्शल लॉ बढ़ा दिया गया है. जिसके तहत सेना भर्ती जारी रहेगी और जेलेंस्की राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे.
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