China AI Drones: चीन का AI ड्रोन, डिफेंस सिस्टम को दे देता है चकमा; फीचर्स ऐसे कि US भी सकते में आया!

China AI Drones: चीन के नए-नए हथियार हाल ही में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इस्तेमाल किए थे, लेकिन सारे के सारे पिट गए. अब चीन एक नया ड्रोन लाने वाला है, जो AI बेस्ड होगा. इस ड्रोन की खासियत है कि ये चलते अटैक में अपनी रणनीति बदलने में माहिर है. इससे एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा दिया जा सकता है.

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : May 20, 2025, 08:32 PM IST
  • AI-पावर्ड ड्रोन एकसाथ लॉन्च किए जा सकते हैं
  • एक दिशा में ना जाकर अलग-अलग दिशा में जाते हैं
China AI Drones: चीन का AI ड्रोन, डिफेंस सिस्टम को दे देता है चकमा; फीचर्स ऐसे कि US भी सकते में आया!

China AI Drones: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में तुर्की और चीन के हथियारों की पोल तो खुल चुकी है. भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी ड्रोन मार गिराए और पाकिस्तान के साथ-साथ तुर्की और चीन को भी मुंह की खानी पड़ी. तुर्की के ड्रोन नष्ट होते देख चीन घबरा गया है. यही कारण है कि वह एक नए तरह का ड्रोन बनाने जा रहा है. ये एक AI ड्रोन होगा, जो नई तकनीक से लैस होगा

झुंड में अटैक करेंगे ये ड्रोन
खबर है कि ड्रैगन अगले महीने से एक नया ड्रोन लाने वाला है. इसकी योजना बन चुकी है. ये एक AI-पावर्ड मदरशिप ड्रोन होगा, जो दुश्मन के ठिकानों पर सही और सटीक हमला करने के लिए जाना जाएगा. ये AI ड्रोन झुंड में वार करेंगे. एक साथ 100 से अधिक ड्रोन अटैक करने की योजना पर काम करते हैं. इसका मतलब है कि ये स्वार्म टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है. दावा तो ये भी किया जा रहा है कि इस ड्रोन के फीचर्स के बारे में सुनकर अमेरिका भी चौंक गया है.

एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने की तैयारी
रिपोर्ट्स बताती हैं कि ये ड्रोन PL-12E एयर-टू-एयर मिसाइल से लैस होगा. इससे इसका हमला बेहद घातक हो जाएगा. इसे स्वार्म टेक्नोलॉजी आधारित इसलिए बनाया जा रहा है, ताकि एक साथ बहुत सारे ड्रोन अटैक करें तो एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा दिया जा सके.

अटैक के बीच में बदल सकता है रणनीति
सभी AI-पावर्ड मदरशिप ड्रोन एकसाथ लॉन्च किए जा सकते हैं. ये सारे ड्रोन एक दिशा में ना जाकर अलग-अलग दिशा में जाते हैं, इससे एयर डिफेंस सिस्टम को गच्चा दिया जा सकता है. अलग-अलग डायरेक्शन में जाकर ये ड्रोन रडार, डिफेंस सिस्टम और सेना के ठिकानों पर अटैक कर सकें. इसकी सबसे खास बात है कि ये AI से जुड़ा है, इसलिए अटैक के बीच में भी अपनी रणनीति बदल सकता है.

क्या भारत कर पाएगा मुकाबला?
DRDO ‘Drone Dome’ जैसी तकनीकों पर काम कर रहा है. इसके जरिये छोटे-छोटे ड्रोन टारगेट किए जा सकते हैं. इसके अलावा, रूस के पास S-400 से भी एडवांस वर्जन है, जिसे S-500 एयर डिफेंस सिस्टम कहा जाता है. यह भी स्वार्म बेस्ड ड्रोन पर अटैक करने के काबिल है.

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