Christine Fang: चीन की ब्यूटीफुल सीक्रेट एजेंट, जिसने अमेरिकी नेताओं को हनीट्रैप में फंसाया!

Christine Fang China Spy: चीन की एक महिला जासूस ने अमेरिकी नेताओं से नजदीकियां बढ़ाकर संवेदनशील जानकारी जुटाई. हनी ट्रैप के जरिए चीन कई देशों जासूसी कर रहा है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 10, 2025, 02:15 PM IST
  • हनी ट्रैप से चीन चला रहा जासूसी नेटवर्क
  • अमेरिका में कर चुका है इसका इस्तेमाल
Christine Fang: चीन की ब्यूटीफुल सीक्रेट एजेंट, जिसने अमेरिकी नेताओं को हनीट्रैप में फंसाया!

Christine Fang China Spy:  चीन की खूबसूरत महिलाओं का एक जासूसी नेटवर्क दुनिया भर में खुफिया जानकारी जुटाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. कुछ महीने पहले ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें चीन की एक महिला जासूस, क्रिस्टीन फांग (Christine Fang), पर अमेरिका के बड़े नेताओं शारीरिक संबंध बनाकर जानकारी हासिल करने का आरोप लगा है.

कौन है क्रिस्टीन फांग?
क्रिस्टीन फांग एक चीनी नागरिक है, जो 2011 से 2015 के बीच अमेरिका में कई नेताओं और सरकारी अधिकारियों के करीब आई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह खासतौर पर उभरते हुए नेताओं को निशाना बनाती थी, ताकि भविष्य में उनकी जानकारी चीन को दी जा सके.

कैसे करती थी जासूसी?
क्रिस्टीन फांग ने अमेरिका में कई इवेंट्स और राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. इसी दौरान उसने कई नेताओं से दोस्ती बढ़ाई. कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि उसने अमेरिकी सांसद एरिक स्वालवेल (Eric Swalwell) से भी करीबी संबंध बनाए. स्वालवेल उस समय अमेरिका की हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के सदस्य थे, जहां से संवेदनशील जानकारियां लीक होने का खतरा था. इसके अलावा, फांग ने कई मेयर और स्थानीय नेताओं से भी संपर्क किया. कुछ मामलों में उसने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके नेताओं को चुनावी फंडिंग दिलाने में मदद की, जिससे वे उसके करीब आ सकें.

कब हुआ खुलासा?
फागं की गतिविधियों पर 2015 में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को शक हुआ. जब जांच आगे बढ़ी तो पता चला की वह चीन के लिए जासूसी कर रही थी. जैसे ही एजेंसियों को इस बारे में ठोस सबूत मिले, वह अमेरिका छोड़कर भाग गई.

चीन का 'हनी ट्रैप' जाल
क्रिस्टीन फांग अकेली नहीं है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि चीन की सरकार खूबसूरत महिलाओं को खास ट्रेनिंग देकर उन्हें हनी ट्रैप ऑपरेशन में भेजती है. ये महिलाएं राजनीतिक नेताओं, वैज्ञानिकों और बिजनेसमैन को अपने जाल में फंसाकर गुप्त जानकारी हासिल करती हैं.

अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिकी अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और अपने नेताओं को सतर्क रहने की चेतावनी दी है. यह घटना बताती है कि दुनिया में जासूसी के तरीके बदल रहे हैं और बड़े देशों की खुफिया एजेंसियां इस तरह के खतरों से निपटने के लिए लगातार सतर्क हो रही हैं.

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