इमैनुएल मैक्रों को फ्रांस ने दोबारा चुना अपना राष्ट्रपति, हार गईं दक्षिणपंथी मरीन ले पेन

France Election Result: इमैनुएल मैक्रों लगातार दूसरी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं. उन्होंने दो चरणों में हुए चुनाव में मरीन ले पेन को हराया. अपनी प्रतिद्वंदी दक्षिणपंथी नेता को हराकर मैक्रों के दोबारा राष्ट्रपति बनने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी बधाई दी है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 25, 2022, 09:07 AM IST
  • इमैनुएल मैक्रों ने लगातार दूसरी बार दर्ज की जीत
  • मैक्रों ने अपनी प्रतिद्वंदी मरीन ले पेन को हराया
इमैनुएल मैक्रों को फ्रांस ने दोबारा चुना अपना राष्ट्रपति, हार गईं दक्षिणपंथी मरीन ले पेन

नई दिल्ली: फ्रांस के राष्ट्रपति पद के लिए दो चरणों में हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं. एक बार फिर इमैनुएल मैक्रों ने जीत हासिल कर दोबारा राष्ट्रपति चुने गए हैं. उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी मरीन ले पेन को भारी अंतर से हराया है. इन चुनावी नतीजों में मैक्रों को 58.2 फीसदी वोट हासिल हुए हैं. उन्होंने लगातार दूसरी बार इस चुनाव में जीत हासिल की है. बता दें, मैक्रों 20 वर्षों में दोबारा चुनाव जीतने वाले पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति हैं.

फ्रांस में एग्जिट पोल सटीक साबित हुए

बता दें, मैंक्रो को 58 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं, वहीं पूर्वानुमानों का जिक्र करें तो ऐसा कहा जा रहा था कि उन्होंने 57 से 58 फीसदी वोट हासिल हो रहे हैं. इस तरह के अनुमान लगभग सटीक साबित होते हैं. मैक्रों की जीत के बाद पेरिस के एफिल टॉवर के पास उनके चाहने वालों ने जीत की खुशी मनाई.

तस्वीर में देखिए कैसे मनाया गया जश्न..

पूरी दुनिया की तरफ से मैक्रों को मिल रही बधाई

अंग्रेजी और फ्रेंच में ट्वीट कर ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने मैक्रों को बधाई दी. जॉनसन ने लिखा कि 'फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में आपके फिर से चुने जाने पर बधाई. फ्रांस हमारे सबसे करीबी और सबसे महत्वपूर्ण सहयोगियों में से एक है. मैं उन मुद्दों पर मिलकर काम जारी रखने के लिए तत्पर हूं जो हमारे दोनों देशों और दुनिया के लिए सबसे ज्यादा मायने रखते हैं.'

वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी उन्हें बधाई दी. उन्होंने मैक्रों को यूक्रेन का सच्चा दोस्त कहा और उनके समर्थन की सराहना की. फ्रेंच में ट्वीट करते हुए जेलेंस्की ने लिखा, "मुझे विश्वास है कि हम संयुक्त जीत की ओर एक साथ आगे बढ़ेंगे. एक मजबूत और एकजुट यूरोप की ओर."

इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी ने एक बयान में कहा, 'फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में इमैनुएल मैक्रों की जीत पूरे यूरोप के लिए अच्छी खबर है.' वहीं स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज ने कहा कि 'लोकतंत्र की जीत, यूरोप की जीत.' यूरोपीय नेताओं के एक समूह ने मैक्रों की जीत की सराहना की. यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ट्वीट किया और कहा कि हम मिलकर फ्रांस और यूरोप को आगे बढ़ाएंगे.

एक नजर में इमैनुएल मैक्रों का सफर

मैक्रों का जन्म दिसंबर 1977 में एमिएंस में हुआ था
इमैनुएल मैक्रों ने फिलॉसिफी की पढ़ाई की है
उन्होंने इकोले नेशनेल डीएडमिनिस्ट्रेशन (ईएनए) में भाग लिया, जहां उन्होंने 2004 में ग्रेजुएशन पूरा किया
बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले चार साल तक काम किया
2012 में वह गणतंत्र के प्रेसीडेंसी के उप महासचिव बने
उन्होंने जुलाई 2014 में पद छोड़ दिया 
अगस्त 2014 से अगस्त 2016 तक अर्थव्यवस्था, उद्योग और डिजिटल मामलों के मंत्री के रूप में काम किया

जीत के बाद राष्ट्रपति मैक्रों का संदेश

चुनाव में जीत हासिल करने के बाद इमैनुएल मैक्रों ने कहा 'किसी को भी सड़क के किनारे नहीं छोड़ा जाएगा. हमारे पास करने के लिए बहुत कुछ है और यूक्रेन में युद्ध हमें याद दिलाता है कि हम दुखद समय से गुजर रहे हैं, जहां फ्रांस को अपनी आवाज उठानी चाहिए.'

मैक्रों से पहले सिर्फ दो राष्ट्रपति को मिला दोबारा मौका

आपको बता दें, ये जीत मैक्रों के लिए इसलिए भी खास है, क्योंकि उनसे पहले सिर्फ दो फ्रांसीसी राष्ट्रपति ही दूसरा कार्यकाल हासिल करने में सफल रहे हैं. फ्रांस के चुनावों में इस बार महंगाई, स्वास्थ्य, आय आदि बुनियादी चीजें बड़ी प्राथमिकता में थे.

10 अप्रैल को राष्ट्रपति चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग हुई थी. देश के 4.80 करोड़ मतदाताओं मे नए राष्ट्रपति की किस्मल का फैसला किया. इस बार 12 प्रत्याशी राष्ट्रपति पद की दौड़ में अपनी किस्मत अजमा रहे थे.

मैक्रों की प्रतिद्वंदी मरीन ले पेन को जानिए

मैक्रों को दक्षिणपंथी विचारधारा रखने वाली राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मरीन ले पेन से कड़ी टक्कर मिल रही थी. 53 वर्षीय मरीन ले पेन अप्रवासियों के खिलाफ सख्त बयानबाजी करने के चलते हमेशा सुर्खियों में बनी रहती हैं. 

अपनी कट्टर छवि के चलते ही मरीन ले पेन कारण चर्चा में बनी रहती हैं. आपको बता दें, मरीन ने 7 अप्रैल को ये ऐलान किया था कि यदि वो राष्ट्रपति चुनकर आती हैं तो सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने वालों को जुर्माना देना पड़ेगा. उन्होंने चुनाव के पहले अन्य भी कई ऐसी बयानबाजी की.

इसके अलावा उन्होंने ये भी बोला था कि 'जिस तरह गाड़ियों में सीटबेल्ट पहनने को अनिवार्य बनाया गया है, उसी तरह ये फैसला भी लागू किया जाएगा कि मुसलमान सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब न पहनें. पुलिस इसे लागू करने में सक्षम होगी.'

फ्रांस की धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले पेन ने रविवार को राष्ट्रपति पद की दौड़ में हार स्वीकार कर ली और मौजूदा राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों को विजयी मान लिया. फ्रांस में रविवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए दूसरे चरण का मतदान संपन्न हुआ. पेन ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में उनका अभूतपूर्व प्रदर्शन 'अपने आप में एक शानदार जीत' को दर्शाता है. फ्रांस की विभिन्न मतदान एजेंसियां मैक्रों की जीत का अनुमान जता रही थी, जिसके बाद उनका ये बयान आया.

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