AUKUS को लेकर अमेरिका से EU खफा, फ्रांस बोला- पीठ में छुरा घोंपने वाला कदम

AUKUS: फ्रांस के विदेश मंत्री ने इस हालिया कदम को 'समझ से परे' बताया. वहीं, यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने शिकायत की कि यूरोप से परामर्श नहीं किया गया था.   

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 17, 2021, 02:11 PM IST
  • राष्ट्रपति जो बाइडन के कदम ने अमेरिका के सहयोगियों को किया नाराज
  • हिंद-प्रशांत में चीन के मुकाबले के लिए किया गया है AUKUS का गठन
AUKUS को लेकर अमेरिका से EU खफा, फ्रांस बोला- पीठ में छुरा घोंपने वाला कदम

वॉशिंगटन: चीन का मुकाबला करने के लिए ऑस्ट्रेलिया व ब्रिटेन के साथ रणनीतिक हिंद-प्रशांत ऑकस (AUKUS) गठबंधन बनाने के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के फैसले ने फ्रांस और यूरोपीय संघ (EU) को नाराज कर दिया है. फ्रांस और ईयू को महसूस हो रहा है कि उन्हें नजरअंदाज किया गया और वे इसकी तुलना अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल के कदमों से कर रहे हैं.

सहयोगियों को किया अलग-थलग
बाइडन ने यूरोपीय नेताओं को भरोसा दिलाया था कि 'अमेरिका वापस आ गया है' और बहुपक्षीय कूटनीति अमेरिका की विदेश नीति का मार्गदर्शन करेगी, लेकिन कई अहम मामलों पर अकेले आगे बढ़ने के दृष्टिकोण के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने कई सहयोगियों को अलग-थलग कर दिया है. 

यह भी पढ़िएः हिंद प्रशांत के लिए ब्रिटेन, अमेरिका व ऑस्ट्रेलिया आए साथ, AUKUS गठबंधन की घोषणा की

फ्रांस के विदेश मंत्री ने इस हालिया कदम को 'समझ से परे' बताया और इसे 'पीठ में छुरा घोंपना' करार दिया. यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने शिकायत की कि यूरोप से परामर्श नहीं किया गया था.

बाइडन की डोनाल्ड ट्रंप से की तुलना
कुछ विशेषज्ञों ने बाइडन के हालिया कदमों की तुलना डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 'पहले अमेरिका' सिद्धांत के तहत उठाए गए कदमों से की है. उन्होंने कहा कि उस राष्ट्रपति द्वारा इस प्रकार के कदम उठाया जाना आश्चर्यजनक है, जिसने सहयोगियों के साथ संबंध सुधारने और वैश्विक मंच पर अमेरिका की विश्वसनीयता बहाल करने के संकल्प के साथ राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ा था.

अमेरिका पर उठ रहे सवाल
बाइडन ने अमेरिका के सबसे पुराने सहयोगी फ्रांस को नाराज किया है. पौलेंड व यूक्रेन अपनी सुरक्षा को लेकर अमेरिका की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े कर रहे हैं और अफगानिस्तान से लेकर पूर्वी एशिया तक कई एकतरफा फैसलों ने यूरोपीय संघ को खफा किया है.

यह भी पढ़िएः Do Not Touch My Clothes: रंगीन पोशाकों वाला कैंपेन, जो खूनी तालिबान पर तमाचे जैसा है

जब बाइडन ने ईरान के साथ परमाणु वार्ता में फिर से शामिल होने और इजराइल-फलस्तीनी शांति वार्ता को पुनर्जीवित करने का वादा किया था, तो यूरोप ने इस बात पर खुशी जताई थी, लेकिन बाइडन के प्रशासन के नौ महीने बाद भी इन दोनों ही मामलों पर प्रयास रुके हुए हैं.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़