F-5 Rafale Vs F-35: फ्रांस ने दुनिया के सबसे ताकतवर फाइटर जेट F-35 के मुकाबले, राफेल के अपडेट वर्जन F-5 को हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस करने की घोषणा की है. जिसके चलते इसे ‘सुपर राफेल’ भी कहा जा रहा है. यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, दसॉल्ट एविएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एरिक ट्रैपियर ने कहा है कि ‘राफेल के F-5 वर्जन में अधिक पॉवरफुल इंजन, डेला लिंक करने की क्षमता और ऑपरेशन के दौरान हाई सर्वाइवबिलिटी होगा. इसके साथ 10 टन से अधिक वजन वाला एक फाइटर ड्रोन (UCAV) भी होगा’. वहीं, दूसरी ओर फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि राफेल F-5 जल्द ही एडवांस हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल से लैस होगी. आइए ऐसे में जानते हैं कि राफेल F-5 फाइटर जेट अमेरिकी F-35 के मुकाबले कहां टिकता है?
राफेल F-5 परमाणु मिसाइल से होगी लैस
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने हाल ही में हौते-साओन के एक एयर बेस का दौरा किया. इसी इन्होंने राफेल के एडवांस वर्जन F-5 को वर्ष 2035 तक, ASN4G हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल से लैस करने की घोषणा की. जो फ्रांस के हवाई और परमाणु हमले की क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा. इस हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल को, राफेल F-5 लड़ाकू विमानों के दो स्क्वाड्रन के साथ लूक्सेइल बेस पर नियुक्त किया जाएगा.
फिलहाल, राफेल F-5 के बनाने का काम चल रहा है, जिसकी वर्ष 2030 में पूरी तरीके से बनकर तैयार हो जाने की संभावना है. राफेल F-5 कनेक्टिविटी, इलेक्ट्रॉनिक वॉर, डेटा और इन्फॉर्मेशन ट्रांसफर के साथ-साथ अब परमाणु मिसाइल से भी लैस होने जा रहा है. जो हवा और जमीन दोनों से हमला करने की क्षमता रखता है.
F-35 की क्या है खासियत?
पांचवी पीढ़ी का स्टील्थ लड़ाकू विमान F-35 अमेरिका का सबसे पॉवरफुल फाइटर जेट है. यह हवा से हवा और हवा से जमीन दोनों तरह से अटैक करने में सक्षम है. इस मल्टीरोल फाइटर जेट में F135-PW-100 टर्बो फैन इंजन लगा होता है. जो करीब 20,000 किग्रा का थ्रस्ट पैदा करने में सक्षम होता है.
जिसके चलते इसे 1.6 मैक की टॉप स्पीड मिलती है यानी यह करीब 1,960 किमी प्रति घंटे से उड़ान भर सकता है. यही कारण है कि इसे कई मॉडर्न रडार भी नहीं पकड़ पाते हैं. साथ ही यह 8,160 किग्रा तक के हथियार को ले जाने में सक्षम होता है.
वहीं F-35 में AIM-120 मिसाइल लगी होती है, जो हर मौसम में हवा से हवा में हमला करने में सक्षम होती है. इसमें शॉर्ट रेंज की मिसाइल AIM-9X 'Sidewinder' भी लगा होता है. डायरेक्ट हमला करने के लिए इसमें GBU-31 गाइडेड बम और लेजर गाइडेड बम लगे होते हैं. इसमें 25 mm की GAU-22/A तोप भी लगी होती है.
F-35 फाइटर जेट 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. वहीं इसकी मारक रेंज 2,200 किमी तक होती है. साथ ही, यह खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और टोही मिशन करने में सक्षम होता है. वहीं F-35 की औसत कीमत करीब 100 मिलियन डॉलर है.
F-35 को टक्कर देता राफेल F-5
F-5 राफेल फाइटर जेट की सबसे बड़ी खूबी यह है कि nEUROn प्रोग्राम के तहत 10 टन वजनी अटैकिंग ड्रोन के साथ उड़ान भर सकता है. जो इसे F-35 के मुकाबले अधिक एडवांस बनाता है, जो पायलट के कमांड पर चलने में सक्षम होता है.
F-5 को नेक्स्ट जेनरेशन के इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के लिए बेहतर ऑप्शन माना जाता है. यह दुश्मन के रडार को आसानी से भेद सकता है. सेल्फ डिफेंस के लिए बबल लगे होते हैं. इसमें फ्यूचर क्रूज मिसाइल (FCM) और फ्यूचर एंटी-शिप मिसाइल (FASM) भी लगाए जा रहे हैं. जो राफेल के पुराने SCALP/स्टॉर्म शैडो और AM39 एक्सोसेट की जगह लेंगे, जिसे लंबी दूरी तक घातक हमला करने में सक्षम माना जा रहा है.
वहीं, ASN4G हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल से लैस होने के घोषणा के बाद, यह परमाणु हमला करने में भी सक्षम होने वाला है. जिसकी स्पीड 5 मैक से 6 मैक तक हो सकती है, जो 1,000 किमी तक सटीक हमला करने में सक्षम होगी.
रिपोर्ट्स की मानें तो F-5 राफेल की स्पीड F-35 से ज्यादा रहने वाला है. यह 1.8 मैक की स्पीड यानी 2200 किमी प्रति घंटे के साथ उड़ना भर सकेगा, जो 50,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है. वहीं कीमत की बात की जाय तो, F-5 राफेल की कीमत 124 मिलियन डॉलर होने वाली है. जो कस्टमाइज करने पर 200 मिलियन डॉलर से ज्यादा हो सकती है.
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