जमीन और हवा में बज रहे लट्ठ, अब स्पेस में जंग की तैयारी! बस मौके के इंतजार में ये 4 देश

ASAT Missile For Space War: धरती पर तो कई देशों के बीच युद्ध छिड़े ही हैं, जिनमे अमेरिका भी शामिल है. अब कुछ देश अंतरिक्ष में युद्ध लड़ने की पावर हासिल कर रहे हैं, इनमें भारत का नाम भी शामिल है. कुछ विशेषज्ञ तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जता रहे हैं. ये जमीन और हवा के साथ-साथ अंतरिक्ष में भी लड़ा जा सकता है.

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Jun 23, 2025, 11:16 AM IST
  • दुनिया तीसरे वर्ल्ड वॉर की ओर बढ़ रही
  • इस बार जमीन ही नहीं स्पेस में भी होगा युद्ध
जमीन और हवा में बज रहे लट्ठ, अब स्पेस में जंग की तैयारी! बस मौके के इंतजार में ये 4 देश

Anti Satellite Missile For Space War: दुनिया के कई देश युद्ध में व्यस्त हैं, अब तो विश्व की 'सुपर पावर' कहे जाने वाला अमेरिका भी इस सूची में शामिल हो चुका है. ईरान और इजरायल के बीच जंग चल रही है, दूसरे मोर्चे पर इजरायल हमास से लड़ रहा है. रूस-यूक्रेन का युद्ध भी नहीं रुक पाया. युद्ध रोकने की कसम खाने वाला अमेरिका खुद ईरान से जंग कर बैठा है. कुछ एक्सपर्ट्स तो ये भी मान रहे हैं कि दुनिया तीसरे वर्ल्ड वॉर की ओर बढ़ रही है. अबकी बार विश्व युद्ध हुआ तो ये जमीन या हवा में ही नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में भी लड़ा जाएगा.

स्पेस वॉर की तैयारी कर चुके कुछ देश
दरअसल, भविष्य की चिंता करते हुए दुनिया के कुछ देश स्पेस में वॉर लड़ने के लिए तैयारी कर चुके हैं. कल को अंतरिक्ष में युद्ध लड़ने की नौबत आएगी तो ये देश छाती तानकर मुकाबला कर सकेंगे. इन देशों ने अंतरिक्ष में ना सिर्फ सैन्य सैटेलाइट स्थापित किए हैं, बल्कि इन्हें नष्ट करने की ताकत भी हासिल कर चुके हैं. खास बात है कि इस लिस्ट में भारत भी शुमार है.

अंतरिक्ष में जंग लड़ने की ताकत रखने वाले 4 देश

अमेरिका
अमेरिका तो दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में से एक है. इसके पास एंटी-सैटेलाइट (ASAT) मिसाइल टेक्नोलॉजी है, यानी ऐसी मिसाइलें हैं जो सीधे उपग्रह को ही नष्ट करने की क्षमता रखती हैं. साल 1985 में ट्रायल के तौर पर अमेरिकी जेट F-15 ने एक मिसाइल दागकर सैटेलाइट का खात्मा कर दिखाया था. अमेरिका के पास स्पेस में कई जासूसी सैटेलाइट भी हैं.

रूस
रूस भी ऐसा देश है, जो डिफेंस तकनीक के मामले में काफी तरक्की कर चुका है. साल 2007 के बाद से रूस ने अंतरिक्ष में कई सीक्रेट मिशन पूरे किए. इस दौरान एंटी-सैटेलाइट टेस्ट भी किए थे. साल 2021 में अमेरिका ने तो ये आरोप भी लगाए कि रूस ने एंटी-सैटेलाइट मिसाइल से एक उपग्रह मार गिराया.

चीन
चीन भी स्पेस वॉर कैपेबिलिटी में इजाफा कर रहा है. चीन ने साल 2007 में एंटी-सैटेलाइट मिसाइल का टेस्ट किया और एक वेदर सैटेलाइट को नष्ट किया था. इसके अलावा, चीन के पास जासूसी सैटेलाइट भी हैं. कुछ रिपोर्ट्स में दावा है कि पहलगाम अटैक के बाद चीन ने सर्विलांस सैटेलाइट के जरिये पाक के लिए भारत पर नजर रखी थी.
 
भारत
स्पेस वॉर की क्षमता को तेजी से विकसित करने वाले देशों में भारत का नाम भी है. बीते कुछ सालों में भारत ने भी नई तकनीक के जरिये स्पेस में अपनी जड़ें गहरी की हैं. साल 2019 में भारत ने ‘मिशन शक्ति’ के तहत एंटी-सैटेलाइट मिसाइल से एक लो-ऑर्बिट सैटेलाइट को नष्ट किया था. तब पूरी दुनिया ने भारत की ताकत का लोहा माना.

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