बर्लिन: जर्मनी की सरकार ने शनिवार को पुष्टि की कि उसने यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार भेजने को मंजूरी दी है और रूस के लिए ‘स्विफ्ट’ बैंकिंग प्रणाली पर कुछ प्रतिबंधों का समर्थन किया है. जर्मन आर्थिक और जलवायु मंत्रालय ने शनिवार शाम एक बयान में कहा कि नीदरलैंड को जर्मनी में निर्मित 400 टैंक रोधी हथियारों को यूक्रेन भेजने के लिए मंजूरी दी जा रही है. 


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जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने कहा, “यूक्रेन पर रूस का हमला एक अहम घटना है. इससे हमारी युद्ध उपरांत व्यवस्था को खतरा है.” उन्होंने कहा, “इस स्थिति में यह हमारा दायित्व है कि हम व्लादिमीर पुतिन की आक्रामक सेना से लड़ने के लिए यूकेन की मदद करें.” 

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अमेरिका ने भेजी मदद, फ्रांस भी भेजेगा
इससे पहले अमेरिका की ओर से यूक्रेन को 35 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता दी गई है. इसमें ‘बख्तर-रोधी उपकरण, छोटे हथियार और विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद तथा अन्य चीजें शामिल हैं. अमेरिकी रक्षा विभाग के अन्य अधिकारी ने कहा कि इस सहायता में जेवलिन टैंक रोधी हथियार शामिल होंगे तथा इन्हें चरणबद्ध तरीके से जल्द से जल्द यूक्रेन को मुहैया कराया जाएगा. वहीं यूक्रेन के विदेश मंत्री ने दावा किया है कि फ्रांस की तरफ से उन्हें हथियार और सैन्य सामग्री दी जाएगी. 


बताया जा रहा है कि अमेरिका की ओर से भेजे जा रहे हथियारों में जेवलिन एंटी टैंक मिसाइल भी शामिल हो सकती है. जेवलिन दुनिया की सबसे एडवांस पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइलों में से एक है. इस मिसाइल की रेंज पांच किमी है.

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