एर्दोगन की सारी हेकड़ी निकालेगा भारत का दोस्त, इस देश को देगा तुर्की के जहाजों को डूबाने वाली मिसाइलें!

फ्रांस ने ग्रीस को 16 Exocet एंटी-शिप मिसाइलें देने का समझौता किया है. यह डील तब हुई है जब एजियन सागर को लेकर ग्रीस और तुर्की के बीच तनाव चल रहा है. फ्रांस पहले से ही राफेल और फ्रिगेट्स जैसे हथियार ग्रीस को दे चुका है. ग्रीस अपने डिफेंस सिस्टम को हाईटेक बनाकर तुर्की की चुनौतियों का जवाब देना चाहता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 14, 2025, 11:40 PM IST
  • फ्रांस देगा ग्रीस को 16 Exocet एंटी-शिप मिसाइलें
  • ग्रीस ने लॉन्च किया 25 अरब यूरो का डिफेंस प्रोग्राम
एर्दोगन की सारी हेकड़ी निकालेगा भारत का दोस्त, इस देश को देगा तुर्की के जहाजों को डूबाने वाली मिसाइलें!

Anti-ship missile deal: भारत के सबसे बड़े रणनीतिक सहयोगी फ्रांस ने ग्रीस के साथ बड़ा डिफेंस डील किया है. इस समझौते के तहत फ्रांस ग्रीस को 16 Exocet एंटी-शिप मिसाइलें देगा. यह सौदा ऐसे समय हुआ है, जब एजियन सागर को लेकर ग्रीस और तुर्की के बीच तनाव चरम पर है. फ्रांस पहले ही ग्रीस को राफेल फाइटर जेट और बेलहारा फ्रिगेट्स दे चुका है. ग्रीस ने ऐलान किया है कि वह अगले दशक में अपनी सेनाओं को आधुनिक बनाने के लिए 25 अरब यूरो खर्च करेगा, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और हाईटेक मिलिट्री टेक्नोलॉजी शामिल है.

फ्रांस और ग्रीस के बीच हुई डील
रायटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस और ग्रीस के बीच सोमवार को हुए एक अहम रक्षा समझौते के तहत ग्रीस को 16 एंटी-शिप मिसाइलें मिलेंगी. ग्रीस के रक्षा मंत्री निकोस डेंडियास और फ्रांस के सशस्त्र बल मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू ने एथेंस में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए. यह मिसाइलें फ्रांस में बनी Exocet मिसाइलें हैं, जिन्हें विशेष रूप से दुश्मन के युद्धपोतों को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है.

हालांकि, इस डील की कुल कीमत का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन यह दोनों देशों के बीच मजबूत होते रक्षा रिश्तों को बताता है. फ्रांस पहले ही ग्रीस को 24 राफेल फाइटर जेट और 3 बेलहारा फ्रिगेट्स की आपूर्ति कर चुका है.

विध्वंसक है Exocet एंटी-शिप मिसाइल
Exocet मिसाइलें समुद्री लड़ाई के लिए बेहद खतरनाक हथियार मानी जाती हैं. ये मिसाइलें युद्धपोतों को सटीक निशाने पर तबाह करने की क्षमता रखती हैं. ग्रीस का मानना है कि इन मिसाइलों से उसकी नौसेना की ताकत कई गुना बढ़ेगी और वह एजियन सागर में तुर्की की किसी भी कार्रवाई का जवाब देने में सक्षम होगा.

ग्रीस की सरकार ने 2036 तक अपनी रक्षा क्षमताओं को आधुनिक बनाने के लिए 25 अरब यूरो खर्च करने की योजना बनाई है. इसमें AI-बेस्ड डिफेंस सिस्टम, मोबाइल कमांड यूनिट्स और आधुनिक ड्रोन नेटवर्क शामिल हैं. यह रणनीति पारंपरिक हथियारों से हटकर नई तकनीकों पर फोकस करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.

एजियन सागर में तुर्की-ग्रीस के बीच है तनातनी
रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीस और तुर्की के बीच दशकों पुराना विवाद एजियन सागर के द्वीपों, समुद्री सीमाओं और हवाई क्षेत्र को लेकर है. ग्रीस का कहना है कि वह 12 नॉटिकल मील तक समुद्री क्षेत्र पर अधिकार रखता है, जबकि तुर्की इसे मान्यता नहीं देता. इसके अलावा ग्रीस 10 नॉटिकल मील तक हवाई अधिकार का दावा करता है, जिसे तुर्की सिर्फ 6 मील मानता है.

इस विवाद के चलते दोनों नाटो सदस्य कई बार आमने-सामने आ चुके हैं. हाल ही में ग्रीस, इजरायल और साइप्रस ने मिलकर भूमध्य सागर में तेल-गैस की खोज को लेकर समझौते किए हैं, जिस पर तुर्की ने आपत्ति जताई है. ऐसे में फ्रांस के साथ हुआ यह नई डिफेंस डील, क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बदल सकता है. बता दें, फ्रांस भारत की सैन्य क्षमता व सुरक्षा बढ़ाने के लिए हमेशा सहयोगी देश रहा है. ऐसे में फ्रांस की इस नई डील ने एर्दोगन के लिए नई चिंता खड़ी कर दी है.

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