भारतीय वायुसेना फिर करेगी एयरलिफ्ट

चीन में और खासकर वुहान शहर में अब भी 100 भारतीयों के फंसे होने की जानकारी मिली है. इन भारतीयों को वायुसेना के एयरक्राफ्ट से एयरलिफ्ट किया जाएगा.    

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 19, 2020, 03:08 PM IST
    • भारतीय वायुसेना फिर करेगी एयरलिफ्ट
    • वुहान में फंसे हैं सबसे अधिक भारतीय
    • ग्लोबमास्टर जाएगा चीन
    • राहत सामग्री भी भेजेगा भारत
भारतीय वायुसेना फिर करेगी एयरलिफ्ट

 

नई दिल्ली. कोरोना ने चीन में कत्लेआम मचा रखा है. अगर चीनी सरकार के आंकड़ों को सच भी मान लिया जाए तो भी चीन में लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. इस बीच खबर मिली है कि कई भारतीय अब भी वुहान में फंसे हुए हैं. वायुसेना के माध्यम से भारत सरकार अपने नागरिकों को वापस भारत लायेगी. 

 

वुहान में फंसे हैं सबसे अधिक भारतीय 

चीन में कोरोना संक्रमण कम होने की बजाए बढ़ रहा है. हालांकि चीनी सरकार आल इज़ वेल कह रही है लेकिन सरकारी आंकड़ों में वहां अबतक 2000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की बात कही गई है. चीन के 31 प्रदेशों में कोरोना का कहर जारी है. इनमें सबसे अधिक प्रभावित है हुबेई प्रदेश जहां सर्वाधिक संक्रमण वुहान शहर में देखा जा रहा है. वुहान शहर में कई भारतीय भी फंसे हुए हैं जिनकी संख्या सौ के आसपास बताई जा रही है.  

ग्लोबमास्टर जाएगा चीन 

चीन के वुहान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने को लेकर भारत सरकार गंभीर है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इन भारतीयों को वापस भारत लाने के लिए वायुसेना का एयरक्राफ्ट C-17 ग्लोबमास्टर गुरुवार 20 फरवरी को वुहान जाएगा. C-17 ग्लोबमास्टर भारतीय वायुसेना के बेड़े का सबसे बड़ा सैनिक एयरक्राफ्ट है जो कि खराब  मौसम में भी भारी मात्रा में राहत सामग्री और राहत दल को कहीं भी ले जाने में सक्षम है. 

 

राहत सामग्री भी भेजेगा भारत 

भारत सरकार गोलबमास्टर से चीन के संक्रमित लोगों के लिए राहत सामग्री भी भेज रही है. जैसा कि सर्वविदित है पिछले कुछ दिनों में वुहान में फंसे भारतीयों ने भारत सरकार से उनकी भारत वापसी के लिए गुहार लगाई थी. इन लोगों के  वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं. शुरू से ही वुहान शहर कोरोना संक्रमण का केंद्र बना हुआ है और उसकी वजह कोरोना के संक्रमण का यहीं से प्रसार होना है, किन्तु सौभाग्यवश यहां फंसे भारतीय कोरोन संक्रमण से मुक्त हैं.

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