नई दिल्ली: भारत से 2700 किलोमीटर दूर इन पराक्रमी तस्वीरों और साहस को देखकर पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं. उज़्बेकिस्तान की सरजमीन पर भारत और उज़्बेकिस्तान की सेना ने संयुक्त युद्धाभ्यास किया. डस्टलिक 2019 नाम से हो रहे इस संयुक्त अभ्यास का बुधवार को यानी आजआखिरी दिन है.
भारत-उजबेकिस्तान के जवानों ने दिखाया रण-कौशल
डस्टलिक में चल रहे भारत-उज़्बेकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान सेना के जवानों ने अपने शौर्य दिखाया. नीचे दिए तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह से अपने साहस का परिचय देते हुए देश के वीर सपूत युद्धाभ्यास कर रहे हैं.
#Dustlik-2019
Operating as Team#IndianArmy and #UzbekistanArmy carried out practice of #RoomIntervention techniques and establishment of #MobileVehicleCheckPost. Both contingents aim to build cohesiveness and interoperability in counter terrorism operations. pic.twitter.com/Oz49hYe8Gh— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) November 12, 2019
भारतीय जवानों ने मोबाइल व्हीकल चेक पोस्ट के अभ्यास के दौरान हैरतअंगेज कारनामा दिखाया. सैन्य अभ्यास 4 नवंबर से शुरू हुआ ये युद्धाभ्यास का आज यानी 13 नवंबर को आखिरी दिन है. अगर किसी जगह पर आतंकी छिपे हुए हों और उन्हें अंदर घुसकर जहन्नुम पहुंचाना हो, इसे लेकर भी खास अभ्यास हुआ.
अभी तो सिर्फ 'ट्रेलर' है इमरान, पिक्चर दिखाएगा हिंदुस्तान
ताशकंद के पास चिरचिक इलाके में इस युद्धाभ्यास में आतंकवाद से निपटने पर दोनों देशों की सेनाओं से का खास फोकस रहा. दुश्मन की सेना भारत की ताकत को देखकर खौफजदा हो जाएगी. क्योंकि हिंदुस्तान के पराक्रमी जवान हर हालात, हर जमीन पर युद्ध के लिए हर वक्त तैयार हैं. पाकिस्तान के हुक्मरान सावधान हो जाओ, क्योंकि अब एक भी छोटी सी भूल हुई तो हिंदुस्तानी पराक्रमी तुम्हारी खटिया खड़ी कर देंगे.
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भारत और उज़्बेकिस्तान की दोस्ती
इस युद्धाभ्यास से समझना आसान हो जाता है कि भारत उज़्बेकिस्तान की दोस्ती कैसे परवान चढ़ रही है. पिछले साल अक्टूबर के महीने में उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति भारत आ थे, तब भारत और उज़्बेकिस्तान के बीच 17 समझौतों पर हस्ताक्ष हुए थे. पीएम मोदी ने उज़्बेक राष्ट्रपति को अपना अजीज बताया था. और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसी महीने उज़्बेकिस्तान के दो दिन के दौरे से लौटे हैं. किसी भारतीय रक्षा मंत्री द्वारा करीब 15 वर्षों में उज़्बेकिस्तान का पहला दौरा था. इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का वहां के बच्चों के साथ एक अनोखा वीडियो भी सामने आया था.
जब उज़्बेकिस्तान में बच्चों ने रक्षा मंत्री के सामने हिंदी भाषा का महत्व बताया और कहा हिंदी हमारी जान है। pic.twitter.com/k1qty1rZ6V
— Rajnathsingh_in (@RajnathSingh_in) November 1, 2019
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