Iran using Cluster Bomb on Israel: ईरान और इजरायल के बीच आठवें दिन भी युद्ध जारी है. ईरान ने इजरायल के खिलाफ अपनी बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल बढ़ा दिया है. कुछ रिपोर्ट्स में ये पहले ही दावा किया जा चुका था कि ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल को तगड़ा नुकसान हो सकता है. हुआ भी ऐसा ही, इन मिसाइलों के आगे इजरायल का आयरन डोम भी नहीं टिक पाया. अब तो तबाही का मंजर दोगुना होता जा रहा है, क्योंकि ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों से क्लस्टर बम दागने की शुरुआत कर दी है.
ईरान ने इजरायल पर दागा क्लस्टर बम
द टाइम्स ऑफ इजरायल के मिलिट्री कॉरेस्पोंडेंट इमैनुएल फैबियन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने लिखा- IDF होम फ्रंट कमांड ने पुष्टि की है कि ईरान द्वारा लॉन्च की गई कम से कम एक मिसाइल में कई हथियार या एक प्रकार का क्लस्टर बम था. ईरान ने दावा किया है कि उसके पास मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल्स (एमआईआरवी) बैलिस्टिक मिसाइलें हैं. साथ ही अन्य प्रोजेक्टाइल भी हैं, जिससे एक मिसाइल कई लक्ष्यों को भेद सकती है. बताया गया है कि मिसाइल का वारहेड लगभग 7 किलोमीटर की हाईट पर अलग हो गया, जिससे लगभग 8 किलोमीटर के दायरे में 20 छोटे बम फैले. छोटे बम में से एक ने अजोर के मध्य शहर में एक घर को निशाना बनाया, जिससे एक छोटे रॉकेट के बराबर नुकसान हुआ.
क्या होते हैं क्लस्टर बम, कैसे काम करते हैं.
क्लस्टर एक ऐसा बम है, जिसके भीतर भी कई सारे बम होते हैं. ये बम हवा में ही खुलता है और इसमें से कई छोटे-छोटे बम गिरना शुरू हो जाते हैं और बाद में वे ब्लास्ट हो जाते हैं. नतीजतन, इससे बड़ी तबाही देखने को मिलती है. इसकी खास बात है कि एक बम ही कई टारगेट्स पर हमला कर सकता है. ये टैंकों, सैन्य हथियारों और पैदल सेना को टारगेट बना सकता है.
पहले के जमाने में भी हुआ इस्तेमाल
क्लस्टर बमों को मिसाइलों और ड्रोन से लॉन्च किया जा सकता है. ईरान इन्हें मिसाइलों की मदद से लॉन्च कर रहा है. पहले भी क्लस्टर बमों का इस्तेमाल होता था. ऐसे कई उदाहरण हैं, जब क्लस्टर बम दागे गए और ये फटे नहीं. बाद में ये जमीन के अंदर धंस गए और सालों बाद फटे तो बड़ा नुकसान हुआ.