Iran vs Israel War Update: पहले रूस-यूक्रेन, फिर इजरायल-हमास और अब ईरान-इजरायल के बीच युद्ध शुरू हो चुका है. हाल के सालों में हुए युद्ध ये बात तो साफ कर चुके हैं कि तकनीक ने अटैक करने के तरीके बदल दिए हैं. इजरायल ने हमास के पर अक्टूबर 2024 में पेजर अटैक किया था, जिसे दुनिया ने चौंका दिया था. अब एक नई तकनीक के जरिये ईरान ने बड़े-बड़े कमांडरों को खत्म करने के लिए किया जा रहा है. जंग दिन-ब-दिन हाईटेक भी होती जा रही है.
जैसे इस्माइल को मारा, वैसे ही ईरानी कमांडरों को
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स-IRGC से जुड़ी हुई फार्स न्यूज एजेंसी ने एक हैरान करने वाला दावा किया हो. इसका कहना है कि इजरायल मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए ईरान के बड़े सैन्य अधिकारियों को टारगेट कर रहा है. दावा तो ये भी है कि इसी तकनीक के इस्तेमाल से साल 2024 में तेहरान में हमास के लीडर इस्माइल हानिया को मारा गया था. अब ईरान के लगभग सभी सैन्य कमांडर खौफ में घूम रहे हैं.
फोन स्विच ऑफ होगा, लेकिन खतरा तो जस का तस
रिपोर्ट में बताया गया है कि जब ऐसे हमले का शक हुआ तो कुछ अफसरों ने अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिए थे, लेकिन ये तकनीक इतनी तेज है कि बंद पड़े फोन में भी लोकेशन और मूवमेंट का पता लगा लेती है. लिहाजा, ईरान की ओर से अपने सैन्य अफसरों को कहा गया है कि वे ट्रैकिंग से बचने की टेक्नोलॉजी वाले मोबाइलों का इस्तेमाल करें.
ऐसे काम करती है ये तकनीक
इजरायल सालों से इस तकनीक पर काम कर रहा है. इसके जरिये मोबाइल के GPS, WiFi नेटवर्क, सेल टावर सिग्नल और ब्लूटूथ डिवाइस का डेटा ले लिया जाता है. इससे किसी की भी रियल टाइम लोकेशन सामने आ जाती है. इसके बाद इजरायल सीधे वहीं अटैक करता है और टारगेट को किल कर देता है.