कुर्दिश लड़ाकों ने मार गिराया तुर्की का घातक AKINCI ड्रोन, पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी!

Kurdish Shoot AKINCI Drone: इराक के कंदीली के ऊपर ऊड़ रहे तुर्की के सबसे एडवांस ड्रोन को, कुर्दिश लड़ाकों ने मार गिराया है. कुर्दिश लड़ाकों और तुर्की के बीच पिछले 4 दशक से संघर्ष चल रहा है. वहीं, हाल ही में पाकिस्तान ने तुर्की के Baykar AKINCI ड्रोन को अपने सुरक्षा बेड़े में शामिल किया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 18, 2025, 10:23 AM IST
  • कुर्दिश लड़ाकों ने मार गिराया AKINCI ड्रोन
  • PAK ने बड़े पैमाने पर खरीदा है तुर्की का ड्रोन
कुर्दिश लड़ाकों ने मार गिराया तुर्की का घातक AKINCI ड्रोन, पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी!

Kurdish Shoot AKINCI Drone: तुर्की अपने एडवांस ड्रोन को ‘गेम चेंजर’ बताते हुए, दुनिया भर के देशों को बड़े पैमाने पर बेचता है. लेकिन सोमवार की देर शाम को, AKINCI ड्रोन को कुर्दिश लड़ाकों द्वारा मार गिराने की खबर ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है. यह घटना इराक के कंदील क्षेत्र में हुई, जहां ‘कुर्दिस्तान फ्रीडम गुरिल्ला’ ने दावा किया कि उन्होंने इस हाई-ऑल्टिट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस (HALE) ड्रोन को मार गिराया है. यह वही ड्रोन है, जिसे पाकिस्तान ने भी कुछ वर्ष पहले अपनी सेना में शामिल किया है और इसे दुनिया का सबसे ताकतवर ड्रोन बताया था. लेकिन हाल की लीबिया, यूक्रेन और अब कंदील की घटना ने AKINCI ड्रोन की क्षमता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

तुर्की का AKINCI ड्रोन कितना ताकतवर?
तुर्की की निजी डिफेंस कंपनी Baykar द्वारा निर्मित ‘AKINCI ड्रोन’ एक हाई-टेक अटैक ड्रोन है, जिसे तुर्की, दुनिया का सबसे एडवांस ड्रोन बताते हुए, अपनी सेना के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करता है. इस ड्रोन के पास 5.5 टन से ज्यादा के टेकऑफ वेट की क्षमता है. यह दो टर्बोपॉप इंजन से लैस होता है, जिसकी मदद से इसे 750 एचपी तक की ताकत मिलती. वहीं इसकी पेलोड क्षमता 1,350 किलोग्राम है, यानी यह कई तरह की मिसाइलें और बम आसानी से ले जा सकता है.

वहीं एयर-टू-एयर और एयर-टू-ग्राउंड मुनिशन से लैस होने के चलते, यह मल्टी-रोल अटैक करने में सक्षम माना जाता है. तुर्की की मानें तो, इसमें लगे सिंथेटिक अपर्चर रडार, दुश्मन के लंबी दूरी वाले इलाकों पर करीब से नजर रख सकता है, और जरूरत पड़ने पर हमला भी कर सकता है.

बायकर कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह 24 घंटे से ज्यादा देर की उड़ान भर सकता है. वहीं यह 30,000 फीट की ऊंचाई तक और 6,000 किमी से अधिक दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम है.

हालांकि, कंदील की घटना ने इसकी खूबियों को तहस-नहस कर दिया है. तुर्की इस ड्रोन का इस्तेमाल कुर्दिश लड़ाकों पर हमले और अपने सैन्य ठिकानों की निगरानी के लिए कर रहा था.

कुर्दिश लड़ाकों ने कैसे गिराया AKINCI?
IDRW की रिपोर्ट के अनुसार, कुर्दिस्तान फ्रीडम गुरिल्ला (KFG) ने इस ऑपरेशन की ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो, इसे मार गिराने के लिए शोल्डर-फायर्ड मिसाइल या इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया होगा.

दी न्यू रीजन की खबर के अनुसार, PKK की मिलिट्री विंग पीपल्स डिफेंस फोर्सेस (HPG) ने एक बयान में कहा, ‘16 मार्च 2025 को शाम 7:20 बजे, कंदील के ऊपर ऊंचाई पर उड़ रहे, तुर्की के Bayraktar Akinci ड्रोन को हमारी सेना ने मार गिराया गया. तुर्की सरकार को लगा था कि इसे गिराना असंभव है, लेकिन पीपुल्स डिफेंस फोर्सेस ने इसे सफलतापूर्वक निशाना बनाया.'

दरअसल, पिछले चार दशक से तुर्की और कुर्दिश लड़ाकों के बीच संघर्ष चल रहा है, जिसको लेकर 1 मार्च को सीजफायर की घोषणा हुई थी. हालांकि, PKK ने अपने बयान में कहा था, ‘हमारी सेनाएं तब तक कोई सशस्त्र कार्रवाई नहीं करेंगी, जब तक उन पर हमला नहीं किया जाता’

लीबीया और यूक्रेन में भी फेल हुई AKINCI
यह कोई पहली घटना नहीं है, जब तुर्की के इस अत्याधुनिक AKINCI ड्रोन को मार गिराया गया हो, या अटैक ऑपरेशन के दौरान क्रैश हुआ हो. वर्ष 2025 की शुरूआत में ही, Bayraktar AKINCI ड्रोन लीबिया में क्रैश कर गया था. रिपोर्ट्स की मानें तो, इसे दुश्मन की सेना ने मार गिराया.

वहीं तुर्की की एडवांस माने जाने वाली Bayraktar TB2 ड्रोन का, वर्ष 2022 में यूक्रेन ने रूस के खिलाफ इस्तेमाल किया था, लेकिन रूस की एडवांस एयर डिफेंस और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर टेक्नोलॉजी के सामने यह पूरी तरीके से बेअसर साबित हुआ.

PAK ने बड़े पैमाने पर खरीदे हैं AKINCI ड्रोन
पिछले कुछ वर्षो में, तुर्की के साथ मजबूत सैन्य संबंधों के चलते, पाकिस्तान ने AKINCI और Bayraktar TB2 ड्रोन बड़े पैमाने पर खरीदे हैं. पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) इन्हें अपनी इंटेलिजेंस, सर्विलांस, और अटैक ऑपरेशंस में शामिल कर चुका है. लेकिन कुर्दिश लड़ाकों द्वारा इस ड्रोन को आसानी से गिराने की घटना ने, इसकी कमियों को पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दिया है.

दरअसल, चीन के बाद पाकिस्तान बड़ी मात्रा में तुर्की से सैन्य हथियार खरीदता है. पाकिस्तान ने तुर्की से न केवल ड्रोन खरीदे हैं, बल्कि नौसेना के लिए कोरवेट (Corvette) सहित कई सैन्य हथियार भी खरीदे हैं. ऐसे में पाकिस्तान के लिए चिंता और बढ़ गई है. जिन महंगे तुर्की के ड्रोन के भरोसे, पाकिस्तान अपनी आर्मी को मजबूत मानता है. वह आए दिन युद्धक हमलों में मार गिराए जा रहे हैं.

इतना ही नहीं, तुर्की ने अपने ड्रोन को ‘गेम चेंजर’ बताते हुए बांग्लादेश को भी बेचा है. जो हाल ही में, भारतीय सीमा पर मंडराते हुए दिखाई दिए थे. हालांकि, भारत के AKINC और TB2 जैसे ड्रोन को, एक झटके में धराशायी करने के लिए एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम है. भारत की सुखोई-30 और रफेल के सामने यह कहीं नहीं टिकते हैं.

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