Pakistanis imprisoned in foreign jails: पाकिस्तानियों की काली करतूतें जगजाहिर है. अब पाकिस्तान की सरकार भी खुद स्वीकार कर रही है. दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इस समय 23,456 पाकिस्तानी नागरिक दुनियाभर की जेलों में बंद हैं. इन पर ड्रग तस्करी, हत्या, बलात्कार, लूट और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं. संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मंत्रालय ने बताया कि सबसे ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक सऊदी अरब की जेलों में बंद हैं, जिनकी संख्या 12,156 है.
गंभीर अपराधों में लिप्त पाकिस्तानी
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को डॉन अखबार में प्रकाशित एक रिपोर्ट के हवाले से जानकारी दी कि वर्तमान में 23,456 पाकिस्तानी नागरिक दुनियाभर की कई जेलों में बंद हैं. इन कैदियों पर ड्रग्स तस्करी, हत्या, बलात्कार, चोरी, नकली मुद्रा रखने और वित्तीय धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं.
यह जानकारी नेशनल असेंबली (पाकिस्तानी संसद) में प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी गई. मंत्रालय ने कहा कि इन मामलों में दोषी पाकिस्तानी नागरिकों को स्थानीय कानूनों के तहत सजा दी गई है और उनकी निगरानी की जा रही है.
सऊदी अरब में सबसे ज्यादा पाकिस्तानी कैदी
दी फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा पाकिस्तानी कैदी सऊदी अरब में हैं, जहां 12,156 पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं. इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 5,292 और बहरीन में 450 कैदी हैं. इन तीनों देशों में अधिकतर मामलों में ड्रग्स तस्करी और धोखाधड़ी जैसे अपराध शामिल हैं. वहीं पाक मंत्रालय ने बताया कि चीन में भी करीब 400 पाकिस्तानी नागरिक जेलों में हैं. उन पर ड्रग्स, बलात्कार, लूट और नकली करेंसी रखने जैसे अपराधों के तहत केस चल रहे हैं.
कतर, ओमान में भी सैकड़ों पाकिस्तानी
कतर की जेलों में 338 पाकिस्तानी नागरिक बंद हैं, जिन पर चोरी, नशे का व्यापार, हत्या, मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं. ओमान में 309 और मलेशिया में 255 पाकिस्तानी नागरिक बंद हैं. मलेशिया में कैदियों के खिलाफ अवैध रूप से प्रवेश, ड्रग्स तस्करी, हत्या और यौन अपराध जैसे आरोप हैं.
इनके अलावा अन्य खाड़ी देशों और एशियाई देशों में भी दर्जनों पाकिस्तानी नागरिक जेलों में हैं. यह आंकड़े दर्शाते हैं कि विदेशों में पाकिस्तानी नागरिकों का आपराधिक रिकॉर्ड लगातार चिंता का विषय बना हुआ है.
पाकिस्तान सरकार ने दी सफाई
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन सभी कैदियों के लिए काउंसलर सेवाएं मुहैया कराई जाती हैं. मंत्रालय नियमित तौर पर जेलों का दौरा करता है ताकि कैदियों की स्थिति, जेल में मिलने वाली सुविधाएं और उनके साथ किए जा रहे व्यवहार की निगरानी की जा सके. साथ ही, सरकार ने दावा किया है कि विदेशों में फंसे नागरिकों की मदद के लिए दूतावास और मिशन सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर कानूनी सहायता भी दी जाती है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद खुल रही पोल
पाकिस्तान की असली पोल ऑपरेशन सिंदूर के बाद खुली है. भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दुनिया के सामने पाकिस्तान की असली तस्वीर पेश की. जिनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकियों के ठिकानों पर घुसकर स्ट्राइक की.
इसके बाद पाकिस्तान सरकार खुद ही अपनी पोल खोलती जा रही है. हाल ही में संसद में भाखारियों को लेकर जानकारी दी. बताया कि केवल सऊदी अरब से 5,000 पाकिस्तानी भिखारियों को भगाया गया है. वहीं, अब पाकिस्तान ने स्वीकारा है कि हजारों की संख्या में पाकिस्तानी विदेशी जेलों में बंद हैं. जिन पर जघन्य अपराध के आरोप हैं.
ये भी पढ़ें- ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने इन मिसाइलों को किया था तबाह, बड़बोले पाकिस्तान ने ही उगल दिया पूरा सच
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.