National crisis in Bangladesh: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शनिवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली, जिसमें बढ़ती अशांति के बीच गाजा में इजराइल की कार्रवाई की निंदा की गई. जहां इससे बांग्लादेश में राजनीतिक संकट पैदा हो गया.
ढाका विश्वविद्यालय के पास सुहरावर्दी पार्क में लगभग 100,000 प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीनी झंडे लहराए और 'आजाद, आजाद फिलिस्तीन' के नारे लगाए. कई लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर निशाना साधा और उन पर इजराइल का समर्थन करने का आरोप लगाया.
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और इस्लामिस्ट समूहों द्वारा समर्थित इस विरोध प्रदर्शन ने देश में तनाव को बढ़ा दिया है. 170 मिलियन की आबादी वाले मुस्लिम बहुल देश बांग्लादेश का इजरायल के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं है और वह फिलिस्तीनी राज्य का समर्थन करता है.
बांग्लादेश में फिलिस्तीनी नागरिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले पुतले लेकर भीड़ रैली निकाल रही थी.
5 अगस्त को अशांति चरम पर थी
इससे पह बांग्लादेश में 5 अगस्त को अशांति चरम पर थी, जब प्रधानमंत्री शेख हसीना हिंसक प्रदर्शनों के बीच भारत भाग आईं. उनके जाने के कुछ ही घंटों बाद उनके आधिकारिक आवास पर हमला किया गया. विरोध प्रदर्शनों में 1,000 से ज्यादा लोग मारे गए, जो 1971 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद सबसे खूनी दौर था. व्यवस्था बहाल करने और नए चुनावों की तैयारी के लिए छात्र प्रतिनिधियों सहित एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया है.
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