नई दिल्ली. चोरी की चोरी ऊपर से सीनाजोरी. नेपाल ने अपने नये बड़े भाई चीन से सीखा है ये गुण. जो नया मानचित्र नेपाल ने प्रस्तुत किया है उसमें उसने भारत की सीमा में पड़ने वाले कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा क्षेत्र को भी शामिल किया है, जो सरासर अनुचित है.इतना ही नहीं नेपाली प्रधानमन्त्री ने भारत पर व्यंग्यबाण भी मारा है.
पूछा -अशोक चक्र पर क्या लिखा है
नेपाल के प्रधानमन्त्री केपी ओली भारत विरोध के लिये नहीं जाने जाते हैं. लेकिन भारत के साथ विवाद की नई भाषा बोलने वाले केपी ओली को अब जहरीले ड्रैगन का साथ मिल गया है इसलिये ये छोटा सा देश भारत के उपकार भूल गया है. नये मानचित्र के साथ नेपाली पीएम का ट्वीट आया है जिसमें उन्होंने पूछा है कि भारत के अशोक चक्र में सत्यमेव जयते लिखा है अथवा सिंहमेव जयते.
भारत की शक्ति पर हुआ नेपाली व्यंग्य
नया मानचित्र जारी करके मन नहीं भरा तो केपी ओली ने भारत की शक्ति पर व्यंग्य बाण चला दिया और पूछा है कि पूछा है कि भारत के अशोक चक्र में सत्यमेजयते लिखा है अथवा सिंहमेव जयते. यहां किये गये व्यंग्य से उसका तात्पर्य ये है कि क्या भारत अपनी ताकत का इस्तेमाल करके नेपाल से जमीन छीनना चाहता है.
फिर कहा भारत से दोस्ती गहरी करनी है
नेपाली प्रधानमंत्री ने व्यंग्य करने के बाद ये बयान भी जारी किया कि नेपाल भारत के साथ सीमा विवाद के मुद्दे सुलझाना चाहता है ताकि ऐतिहासिक गलतफहमियों को खत्म किया जा सके और भारत के साथ दोस्ती गहरी की जा सके. नेपाल इस मुद्दे पर चीन के साथ भी बातचीत कर रहा है और भारत के लिये संकेत दे रहा है कि नेपाल को डराया नहीं जा सकता, उसके साथ चीन खड़ा है.
ये भी पढ़ें. बड़े टकराव की वजह न बन जाये इज़राइल में चीनी राजदूत की संदेहास्पद मौत