नई दिल्ली: दक्षिण कोरिया की सेना ने सोमवार को बताया कि उत्तर कोरिया ने समुद्र में कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. यह घटना दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू होने के कुछ घंटों बाद हुई है. उत्तर कोरिया इस अभ्यास को अपने खिलाफ हमले की तैयारी मान रहा है, साथ इस अभ्यास की कड़ी निंदा भी करता है. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ का कहना है कि मिसाइलें उत्तर कोरिया के ह्वांगहे प्रांत से समुद्र की ओर दागी गईं हैं. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया गया कि मिसाइलें कितनी दूर तक गईं.
सैन्य अभ्यास का विवाद
दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने सोमवार को अपना सालाना 'फ्रीडम शील्ड' अभ्यास शुरू किया है, जो कि 11 दिनों तक चलने वाला है. यह अभ्यास दोनों देशों की सेनाओं को एक साथ काम करने और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए किया जाता है. हालांकि, उत्तर कोरिया ने इसे खतरनाक और आक्रामक बताते हुए कहा कि यह टकराव बढ़ाने वाला युद्धाभ्यास है.
अभ्यास से पहले की गलती
अभ्यास शुरू होने से पहले दक्षिण कोरिया की वायुसेना से एक बड़ी चूक हुई. बीते गुरुवार को पोचोन शहर (उत्तर कोरिया की सीमा के पास) में 2 दक्षिण कोरियाई KF-16 फाइटर जेट्स ने गलती से एक नागरिक इलाके में 8 एमके-82 बम गिरा दिए थे. इस हादसे में करीब 30 लोग घायल हुए थे. वायुसेना ने बताया कि एक पायलट ने गलत लोकेशन डाल दी थी, जिसे शुरू में पकड़ा नहीं जा सका. मिशन की समयसीमा के दबाव में पायलट ने बम गिराने से पहले सही जगह की पुष्टि नहीं की थी. दूसरे पायलट के पास सही निर्देशांक थे, लेकिन उसने पहले पायलट के साथ तालमेल पर ध्यान दिया और बम गिरा दिए.
दक्षिण कोरिया की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद दक्षिण कोरिया की वायु सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल ली यांगसू ने माफी मांगी. उन्होंने कहा, 'यह घटना कभी नहीं होनी चाहिए थी. हम इसे दोबारा होने से रोकने के लिए कदम उठाएंगे.' इस गलती के बाद दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने अपने सभी लाइव-फायर अभ्यास को अस्थायी रूप से रोक दिया है. अब जांच पूरी होने और सुरक्षा उपाय लागू होने के बाद ही अभ्यास दोबारा शुरू होंगे.
उत्तर कोरिया का गुस्सा
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक मीडिया के जरिए 'फ्रीडम शील्ड' अभ्यास को 'आक्रामक और टकराव बढ़ाने वाला' बताया. उत्तर कोरिया पहले भी ऐसे अभ्यासों को हमले की तैयारी मानकर विरोध करता रहा है. दूसरी ओर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से फिर से बातचीत शुरू करने के लिए तैयार हैं. पहले की बातचीत में असहमति थी, क्योंकि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार छोड़ने को तैयार नहीं था और अमेरिका उसके ऊपर लगे प्रतिबंध हटाने को तैयार नहीं था.
ये भी पढ़ें- MIG-21 यूं ही नहीं है भारत का 'अंडरटेकर' फाइटर जेट, पाकिस्तान को चटा चुका है धूल!