नई दिल्ली: उत्तर कोरिया के तानाशाही नेता किम जोंग-उन ने हाल ही में विशेष अभियानों के संयुक्त सामरिक अभ्यास का जायजा लिया है. हालांकि, इसके बाद उन्होंने अपने सशस्त्र बलों को युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश भी दे दिया. बीते बुधवार को स्थानीय मीडिया ने एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि किम जोंग ने सशस्त्र बलों को सबसे महत्वपूर्ण कार्य युद्ध के लिए पूरी तैयारी करने को कहा है.
प्रदर्शन का संयुक्त सामरिक अभ्यास हुआ
योनहाप समाचार एजेंसी ने कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के हवाले से बताया कि पिछले दिनों विशेष अभियानों और टैंक सब यूनिट्स के संयुक्त फायर स्ट्राइक प्रदर्शन का संयुक्त सामरिक अभ्यास हुआ था. केसीएनए ने किम के हवाले से कहा, 'यह कहते हुए कि हमारे क्रांतिकारी सशस्त्र बल अब कुछ मोर्चों का ही प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं, बल्कि उनमें से सबसे महत्वपूर्ण साम्राज्यवाद-विरोधी वर्ग मोर्चा भी शामिल है और युद्ध के लिए पूरी तैयारी करना सबसे महत्वपूर्ण कार्य है.' उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध अभ्यास पूरी सेना को एक कुलीन रैंक में बदलने में मदद करेगा.
उत्तर कोरियाई सैनिकों को ड्रोन संचालित करते देखा गया
ऐसा माना जा रहा है कि किम ने यूक्रेन के खिलाफ मॉस्को के युद्ध का समर्थन करने के लिए रूस में उत्तर कोरिया द्वारा सैनिकों की तैनाती को उचित ठहराने के लिए साम्राज्यवाद विरोधी वर्ग मोर्चे की अवधारणा को उजागर किया है. राज्य मीडिया की ओर से प्रसारित तस्वीरों में सूट पहने उत्तर कोरियाई सैनिकों को ड्रोन संचालित करते हुए दिखाया गया है. दक्षिण कोरिया की जासूसी एजेंसी ने पहले कहा था कि उसे रूस में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों के मॉस्को से ड्रोन संचालन और रणनीति सीखने के संकेत मिले हैं.
पहली बार किया था स्वीकार
पिछले महीने ही उत्तर कोरिया ने पहली बार स्वीकार किया कि उसने यूक्रेनी सेना के खिलाफ लड़ने के लिए रूस में सैनिकों को भेजा है. पिछले सप्ताह प्योंगयांग में रूसी दूतावास की यात्रा के दौरान किम ने कहा था कि युद्ध में उत्तर कोरिया की भागीदारी उचित थी, इसे मॉस्को के साथ आपसी रक्षा संधि के तहत संप्रभु अधिकारों का प्रयोग कहा.
ये भी पढ़ें- J&K: ट्रंप की कोई मध्यस्थता नहीं चाहिए, PoK खाली करे पाकिस्तान...भारत ने ताजा हालातों पर जानें- क्या कहा?