एक और 'स्ट्राइक'! अब बूंद-बूंद पानी के लिए तरसेगा पाकिस्तान

पाकिस्तान को उसके गुनाहों की सजा देने के लिए हिन्दुस्तान ने रणनीति तैयार कर ली है. इस बार उसे प्यासा तड़पाने का बंदोबस्त किया जा रहा है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार दिसंबर में पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने की भारत शुरुआत करेगा.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 3, 2020, 07:07 PM IST
    1. पाक को मिलने वाला पानी रोक देगा भारत
    2. पाकिस्तान को मिलने वाला पानी रुकेगा कैसे?
    3. पीएम मोदी का बड़ा ऐलान, प्यासा तड़पेगा पाकिस्तान
एक और 'स्ट्राइक'! अब बूंद-बूंद पानी के लिए तरसेगा पाकिस्तान

नई दिल्ली: अपने कुकर्मों आज दाने-दाने के लिए मोहताज पाकिस्तान को बंदू-बूंद के लिए भी तरसना पड़ेगा. पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तैयारी पर सबसे बड़ी जानकारी सामने आ रही है. सूत्रों के हवाले से मिली सूचना के अनुसार दिसंबर में पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने की भारत शुरुआत करेगा. 

पाक को मिलने वाला पानी रोक देगा भारत

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक रावी और उझ नदियों को पाकिस्तान जाने से रोकने की तैयारी पूरी हो गई है. पाकिस्तान जाने वाला पानी रोकने की तकनीति रिपोर्ट को क्लियरेंस मिलना बाकी है. आपको बता दें, पिछले साल हरियाणा में प्रधानमंत्री ने कहा था, पाकिस्तान का पानी रोकेगी सरकार.

पीएम मोदी का बड़ा ऐलान

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि "किसानों के हक का पानी 70 साल तक पाकिस्तान जाता रहा यह मोदी पानी को रोकेगा आजके घर तक लाएगा." पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद आज इमरान खान की नींद हराम होगी. क्योंकि ये बात इमरान खान भी अच्छी तरह से जानते हैं कि मोदी जो कहते हैं वो करके भी दिखाते हैं. PM ने कहा था कि ये मोदी है दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देना जानता है.

पाकिस्तान को मिलने वाला पानी रुकेगा कैसे?

हर किसी तो इसके जवाब के लिए आपको इसी साल फरवरी की घटना बताते हैं. 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में CRPF के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. तब उस वक्त के केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था कि हम अपने साझेदारी वाले जल को पाकिस्तान जाने से रोक देंगे और इसका लाभ जम्मू-कश्मीर और पंजाब के लोगों तक पहुंचाएंगे.

गडकरी ने इसके बाद आगे की तैयारियों का भी खुलासा किया था. शाहपुर-कांडी में रावी नदी पर बांध बनाने का काम शुरू हो गया है. उझ प्रोजेक्ट में अपने हिस्से के जल का संग्रहण करने की तैयारी है. जिसको जम्मू-कश्मीर में इस्तेमाल किया जा सकेगा. बाकी का पानी रावी-ब्यास लिंक से बहते हुए अन्य राज्यों के लोगों तक पहुंचाया जाएगा.

हालांकि तब गडकरी ने ये सफाई दी थी कि अंतिम फैसला सरकार और प्रधानमंत्री के स्तर पर लिया जाएगा. लेकिन, पीएम मोदी ने उसके बाद खुद पाकिस्तान का पानी रोकने का ऐलान कर दिया था. ऐसे में अब सूत्रों के हवाले से मिलने वाली जानकारी ने ये साफ कर दिया है कि प्रधानमंत्री मोदी पाक की करतूत के लिए उसे एक और सजा देने के लिए तैयार हैं.

अब प्यासा तड़पेगा पाकिस्तान

ऐसे में सवाल ये भी उठता है कि क्या मोदी सरकार पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता तोड़ देगी? अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान में तबाही मच जाएगी. क्योंकि, सिंधु की सहायक नदियां पाकिस्तान की कृषि व्यवस्था की रीढ़ मानी जाती हैं. पाकिस्तान की 80 फीसदी कृषि सिंधु नदी के पानी से सींची जाती है. पाकिस्तान के पंजाब और सिंध इलाके को खेती के लिए यहीं से पानी मिलता है. पाकिस्तान के 42.3 फीसदी लोगों की आजीविका इन्हीं नदियों से चलती है. जिसके बाद पाकिस्तान पर खाद्यान्न संकट गहरा जाएगा. पीने के पानी की भारी किल्लत हो जाएगी और तब भूखा-प्यासा पाकिस्तान रहने को मजबूर हो जाएगा.

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अपने मुल्क को आतंक का अड्डा बनाकर पाकिस्तान हर बार दुनियाभर में अपनी फजीहत कराता है. उसकी करतूत ही ऐसी है कि उसपर किसी को दया नहीं आती. ऐसे में अब मोदी सरकार उसे ऐसी सजा देने वाली है, जिससे इमरान खान नियाजी को दिल का दौरा पड़ सकता है.

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